फर्रुखाबाद: यूपी में चुनाव शुरू हुआ और आदर्श आचार संहिता की धज्जिया उड़ने लगी| वैसे भी उत्तर प्रदेश में भ्रष्ट मशीनरी और नेता इस मामले में तो आगे रहते ही हैं| देश में सबसे ज्यादा चुनाव आचार संहिता तोड़ने के मामले उत्तर प्रदेश में दर्ज किये जाते है| ये भी तब होता है जब सरकारी मशीनरी सत्ता धारीदलों पर बिना पावरफुल शिकायत के हाथ नहीं डालती| आमतौर पर बिना शिकायत के ज्यादातर मामले सरकारी मशीनरी सिर्फ विपक्षी दलों पर ही बनाती है| यही हाल और सुस्ती का नजारा उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जनपद की सभी विधान सभा सीटो पर देखने को मिल रहा है| आचार संहिता लागू होने के 15 दिन बाद भी प्रत्याशी बेख़ौफ़ होकर बिना वाहन पास लिए कई कई दर्जन चार पहिया गाडी चुनाव प्रचार में दौड़ा रहे है और सरकारी मशीनरी को शिकायत का इन्तजार है|
8 जनवरी 2012 तक फर्रुखाबाद सदर विधान सभा सीट पर प्रचार के लिए कुल 6 पास जारी हुए हैं| जिसमे 3 वाहन पास निर्दलीय घोषित अनुपम दुबे और 3 वाहन पास समाजवादी पार्टी द्वारा घोषित उर्मिला राजपूत द्वारा लिए गए हैं| भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी सुनील द्विवेदी, बसपा के मो० उमर खान, कांग्रेस की लुईस खुर्शीद और जन क्रांति पार्टी के मोहन अग्रवाल ने अभी तक एक भी पास नहीं लिया है| बाबजूद इसके देहात से लेकर शहरी क्षेत्रो में इन प्रत्याशियो के दर्जनों वाहन सुबह से शाम फर्राटा भर चुनाव प्रचार कर रहे हैं|
सूत्रों से मिली अपुष्ट खबर के मुताबिक जनपद के देहातो में चलने वाले चुनाव प्रचार वाहनों से इलाकाई पुलिस ने महीना भी बाँध दिया है| जेब गर्म न हम तुम्हे छेड़े न तुम हमें| भ्रष्टाचार जिंदाबाद|