खुफिया रिपोर्ट से माया ने ले ली 19 मंत्रियों की बलि!

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लखनऊ। मायावती ने आखिर अपने 19 मंत्रियों को बर्खास्त क्यों किया। आरोप है कि इसके पीछे यूपी की लोकल इंटेलिजेंस रिपोर्ट यानी एलआईयू है। ये आरोप लगाया है माया के बेहद करीबी और सांसद जुगल किशोर ने। रिपोर्ट के मुताबिक बर्खास्त किए गए मंत्रियों के प्रति जनता में गुस्सा है और उनके चुनाव में हारने का खतरा बताया गया था। सांसद के इस खुलासे के बाद गुस्साए विपक्ष ने मायावती पर चुनाव में सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग का आरोप लगाया है। जुगल किशोर के बयान को आधार बनाकर विरोधी दल अब चुनाव आयोग का दरवाजा खटखटा रहे हैं।

दरअसल एक-एक कर 19 मंत्रियों की बर्खास्तगी, वो भी तब जब चुनाव बिल्कुल सिर पर हैं। आचार संहिता लागू होने के बाद भी चल चुकी है आधा दर्जन से ज्यादा मंत्रियों पर तलवार। पद तो गया ही टिकट भी कटा। दिलचस्प ये है कि इनमें से तमाम मंत्री तो पूरे जी जान से जुटे थे चुनाव प्रचार में। करीबियों ने टेलीविजन पर खबरें देखकर बताया कि मंत्री जी का पत्ता साफ हो चुका है। जाहिर है ऐसे में ये सवाल लाजिमी है कि इस ताबड़तोड़ कार्रवाई के पीछे आखिर वजह क्या है? इस सवाल का जवाब दिया मायावती के बेहद करीबी सांसद जुगल किशोर ने। जुगल किशोर का दावा है कि ये सारे टिकट एलआईयू यानी खुफिया विभाग की रिपोर्ट के आधार पर काटे गये हैं।

खुफिया रिपोर्ट से माया ने ले ली 19 मंत्रियों की बलि!

 

खुफिया विभाग ने अपनी रिपोर्ट में ये खुलासा किया था कि जनता मंत्रियों और विधायकों की करतूतों से बेहद परेशान है और इसका खामियाजा बीएसपी को आने वाले विधानसभा चुनावों में उठाना पड़ सकता है। जाहिर है मायावती कभी नहीं चाहेंगी कि दागियों के चलते उनकी पार्टी को हार का मुंह देखना पड़ा। लिहाजा एक एक कर 19 मंत्रियों को बर्खास्त कर दिया गया। लेकिन बीएसपी सुप्रीमो की ये कार्रवाई अब आरोपों के घेरे में है। विपक्ष उन पर चुनावों में सरकारी मशीनरी के इस्तेमाल का आरोप लगा रहा है।


चुनाव करीब आ चुके हैं। जाहिर हैं बीएसपी से पैदल हुए मंत्रियों और विधायकों की राह अब बेहद मुश्किल हो गई है। इन नेताओं पर अब दागी होने का ठप्पा लग चुका है। इसके अलावा ज्यादातर पार्टियां अपने उम्मीदवारों का ऐलान कर चुकी हैं। ऐसे में बीएसपी से बाहर किए गए मंत्री और विधायकों को कहीं पनाह भी नहीं मिल पा रही है। जो कल तक बुलंदियों पर थे वो अब हाशिए पर हैं और अपने भी उनसे करने लगे हैं किनारा।