सीबीआई ने दिल्ली में पूर्व स्वास्थ्य मंत्री अनंत कुमार मिश्र ‘अंटू’ से बुधवार को पूछताछ की थी। सीबीआई सूत्रों का कहना है कि उससे एक दिन पूर्व बाबूराम कुशवाहा से हुई पूंछतांछ में जहां श्री कुशवाहा ने अंटू को फांसने का प्रयास किय व हीं अंटू से एनआरएचएम घोटाले को सीधे कुशवाहा से जोड़ा है। अपनी सफाई में अंटू ने सीबीआई को बताया कि स्वास्थ्य मंत्रालय का एनआरएचएम से कोई लेना देना नहीं था। उन्होंने हर गड़बड़ी का ठीकरा कुशवाहा पर ही फोड़ दिया है।
उनका कहना था कि वह सीएमओ हत्याकांड में कुछ नहीं जानते? इस बारे में कुशवाहा की सही जानकारी दे सकते हैं। सीबीआई ने जब एनआरएचएम के ठेकों में उनके दखल की बात की तो उन्होंने कहा कि एनआरएचएम का सारा लेन-देन परिवार कल्याण महानिदेशालय की ओर से होता था? पहले परिवार कल्याण मंत्रालय मुख्यमंत्री के पास था। इसके बाद यह बाबू सिंह कुशवाहा के पास आ गया था। पहले सारे सीएमओ स्वास्थ्य विभाग को रिपोर्ट करते थे पर कुशवाहा ने ही 5 मई, 2010 को नए सीएमओ का पद गठित कराकर विभाग को ही अलग कर दिया था। इसलिए सारी जिम्मेदारी कुशवाहा की है। अब जल्दी ही सीबीआई अंटू और कुशवाहा को आमने-सामने कर सकती है।