शुकरुल्लापुर बैंक लुटेरों का अब तक सुराग नहीं

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फर्रुखाबाद: छोटी मोटी चोरियां तो दूर पुलिस थाना नवाबगंज के अंतर्गत स्थित शुकरुल्लाहपुर आर्यावृत ग्रामीण बैंक में हुई 9 लाख की डकैती तक का खुलास एक माह बाद तक नहीं कर पायी है। इससे पूर्व मंझना में 5 नवम्बर की रात आर्याव्रत ग्रामीण बैंक के पास आधा दर्जन से अधिक दुकानों के शटर तोड़कर लाखों रुपये का नगदी, जेवरात व आवश्यक कागजात पर हाँथ साफ़ कर चोरों ने इतिहास रच दिया था |

विगत 5 नवंबर 2011 को पुलिस की क़ानून व्यवस्था व सक्रियता की पोल चोरों ने ऐतिहासिक तरीके से चोरी करके खोल दी थी| पुलिस हाँथ मलती रह गयी व चोर हांथों में गड्डियाँ व जेवरात लेकर नौ दो ग्यारह हो गए| चौकाने वाली बता तो यह है कि जिस जगह पर चोरी हुयी वहां बीट के दो सिपाही रात में पहरा देते हैं| चोरों ने सात दुकानों को अपना निशाना बनाया, शटर तोड़े, गुल्लकें तोडी, सामान लूटा लेकिन बीट के सिपाहियों को इसकी भनक भी नहीं लगी थी | मौके पर ही पुलिस अधिकारियों ने वीट के दोनो सिपाहियों को लीपापोती करते हुए निलंबित कर दिया था। लेकिन घटना के दो महीने बाद भी पुलिस ने चोरों का अभी तक खुलासा नहीं कर पाया है।

यहां तक तो ठीक था लेकिन पुलिस किसी से नजरें मिलाने के काबिल उस समय नहीं बची जब घटना के मात्र २० दिन बाद आर्यावर्त बैंक की शुकरुल्लापुर शाखा में सशस्त्र बदमाशों ने घुसकर बैंक में से नौ लाख रुपये लूट लिये थे। बदमाशों ने तमंचा दिखाकर कैशियर के द्वारा भरी बैंक के अंदर डाका डाला था। इतनी बड़ी घटना होने से आस पास के इलाके में दहशत का माहौल हो गया था।

घटना स्थल पर आईजी चन्द्रभान, जिलाधिकारी सच्चिदानंद दुबे, पुलिस अधीक्षक ओ पी सागर, अपर पुलिस अधीक्षक बी के मिश्रा, सी ओ सिटी विनोद कुमार आदि ने बैंक में जाकर पूछताछ की। दिन दहाड़े हुई बैंक में लूट की इस घटना ने पुलिस विभाग के आला अधिकारियों के होश उड़ा दिये। आई जी के आदेश पर एसओ नबावगंज को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया था। उनके स्थान पर तेज त्रिलोकी सिंह को इस भरोसे के साथ भेजा गया कि वह अपनी कार्यप्रणाली से अपराधियों का जल्द खुलासा कर देंगे। एक महीना बीत जाने के बाद भी त्रिलोकी सिंह अपराधियों की चतुराई के आगे बौने साबित हुए। कई जगह छापामारी करने के बाद भी उनके हाथ कुछ भी नहीं आया।

एसओ त्रिलोकी सिंह का कहना है कि पुलिस ने कई जगह छापे मारे लेकिन अभी कोई बड़ा सबूत हाथ नहीं लगा। कार्यवाही चल रही है, जल्द ही खुलासा किया जायेगा।