फर्रुखाबाद: बीते ८ दिसंबर को साइबर क्राइम के जरिये भारतीय स्टेट बैंक की फर्रुखाबाद शाखा से ६४ लाख रूपए का घोटाला होने का पुलिस अभी भी पता नही लगा पा रही है जबकि मुख्य आरोपी अभिलाष गुप्ता अभी भी पुलिस की गिरफ्त में है|
साइबर क्राइम के जरिये ६४ लाख रूपए उड़ाने वाले अभिलाष को पुलिस दोषी कैशियर डी.सी मल्होत्रा को पुलिस ने १५ दिसंबर को जेल भेज दिया था| जेल जाने के कुछ ही घंटो बाद पुलिस ने ६ दिन की रिमांड पर लिया था तब से तकरीबन ३ दिन से अभिलाष हवालात की हवा खा रहा है आज पुलिस ने इस सम्बन्ध में चार लोगो को हिरासत में लिया|
पुलिस ने आज अभिलाष गुप्ता के सहयोगी प्रमोद शाक्य के भाई राजीव शाक्य निवासी आवास विकास, राजेश त्रिपाठी, राकेश वर्मा मोहल्ला जाफरी व खटकपूरा निवासी मुइन को पूंछ ताछ के लिए कोतवाली ले गयी जहाँ शाम को सीओ सिटी विनोद कुमार ने अभिलाष के साथ चारो उक्त युवको से पूंछ ताछ की| पूंछ ताछ के बाद चारो को कोतवाली से छोड़ दिया गया|
जानकारी के अनुसार अभिलाष को कल पुलिस लखनऊ की उस बैंक की शाखा में ले जाएगी जहाँ के कम्पूटर का इस्तेमाल कर अभिलाष ने ६४ लाख का घोटाला किया| फिलहाल पुलिस अभी इस मामले में कोई विशेष उपलब्धि हासिल नही कर पाई|