बेसिक शिक्षकों के अंतर्जनपदीय ट्रांसफर के लिए आवेदन प्रक्रिया को पारदर्शी एवं सहज बनाने के लिए की गई ऑनलाइन आवेदन की व्यवस्था अभ्यर्थियों के लिए मुसीबत बन गई है। घंटो वेबसाइट पर जूझने के बाद भी अभ्यर्थी आवेदन नहीं कर पा रहे हैं। वर्किंग टाइम में तो कभी-कभी वेबसाइट खुल ही नहीं रही है। इसके साथ ही आवेदन में कई विकल्पों को समझने एवं भरने में भी दिक्कत आ रही है।
बेसिक शिक्षा परिषदों ने शिक्षकों की सहूलियत के लिए उन्हें मनचाहे जिलों में स्थानांतरण की सुविधा प्रदान की है। शिक्षक अपनी पसंद के तीन जिलों का विकल्प भर सकते है, जहां उपलब्धता एवं वरीयता के आधार पर शिक्षकों को तबादला मिलेगा। इसके लिए शिक्षकों को विभाग की वेबसाइट www.upbasiceducationboard.in या bed.up.nic.in पर जाकर ऑनलाइन आवेदन की सुविधा 31 दिसंबर तक दी गई है, लेकिन वेबसाइट की स्लो स्पीड एवं कम समय के चलते अभ्यर्थियों को आवेदन करने में काफी मुश्किल आ रही है।
अभ्यर्थियों का कहना है कि आवेदन हिंदी में भरना है, लेकिन फांट का सही सपोर्ट नहीं मिल पा रहा है। पते के लिए जो स्पेस दिया गया है वह भी काफी कम है, जिसके चलते पूरा पता भरना संभव नहीं हो पा रहा है। नाम, वेतन क्रम, पत्रांक आदि भरने में भी दिक्कतें आ रही हैं। कोड जनरेट करने के बाद अभ्यर्थी एप्लीकेशन फ़ार्म जब तक भरता है तब तक टाइम आउट हो जा रहा है। दोबारा आवेदन के लिए यूजर कोड डालने पर फार्म न खुलने की भी दिक्कत आ रही है। इसके चलते अभ्यर्थी घंटों कंप्यूटर पर सिर खपाने के बाद भी आवेदन नहीं कर पा रहे हैं। अभ्यर्थियों का कहना है कि वेबसाइट पर जो हेल्पलाइन नंबर दिया गया है वह मिलाने पर हमेशा बिजी रहता है, जिससे वहां से भी मदद लेना संभव नहीं हो पा रहा है।
अंग्रेजी में आवेदन करना बेहतर अभ्यर्थियों की समस्या के संदर्भ में एनआईसी के अधिकारियों का कहना है कि आवेदन के लिए 30 मिनट का समय दिया गया है। एक साथ बल्क में आवेदन होने के चलते स्पीड में समस्या आ रही है। हिंदी में आवेदन करने में अभ्यर्थियों को अधिक समय लग रहा होगा। अंग्रेजी में भी आवेदन का विकल्प दिया गया है। बेहतर होगा अभ्यर्थी अंग्रेजी में आवेदन करें। वैसे भी आवेदन में टाइपिंग काफी कम करनी है। अधिकांश जगह आप्शन पर ही क्लिक करना है। ऐसे में यदि अभ्यर्थी इंग्लिश में आवेदन करते हैं तो पांच से 10 मिनट का समय अधिकतम लगेगा।