माध्यमिक शिक्षा परिषद ने यह साफ कर दिया है कि सभी अभ्यर्थियों के अंकपत्र लगभग तैयार हो गए हैं, अंकपत्रों का ओएमआर से मिलान किया जा रहा है जिसके तहत शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) के परिणाम में अब कोई संशोधन नहीं होगा।
अधिकारियों का कहना है कि टीईटी वेबसाइट पर दर्ज सूचनाओं के बारे में अभ्यर्थियों की जो शिकायतें हैं, उनमें सच्चाई का अंश कम है। एक अधिकारी ने दावा किया कि अभ्यर्थियों ने पिछले पांच दिनों में जो शिकायतें दर्ज कराई हैं, उनकी जांच कराई गई लेकिन कोई परिवर्तन नहीं दिखा। अधिकारियों ने यह भी साफ कर दिया टीईटी का सर्टिफिकेट एक हफ्ते में अभ्यर्थियों को वितरित किया जाएगा।
सभी अंकपत्रों की जांच के बाद उसे संबधित जिला शिक्षण प्रशिक्षण संस्थानों (डायट्स) को भेजा जाएगा। सर्टिफिकेट डायट्स से ही मिलेंगे। डायट के प्राचार्यों को इसके बारे में बेसिक शिक्षा विभाग की तरफ से शीघ्र ही विवरण उपलब्ध करा दिया जाएगा। पहले परिणाम के मुकाबले दूसरे में नंबर काफी कम होने की अभ्यर्थियों की शिकायतों पर अधिकारी खामोश हैं। नंबर काफी कम होने से परेशान अभ्यर्थियों ने बृहस्पतिवार को भी बोर्ड दफ्तर पर प्रदर्शन किया।
वहीं अभ्यर्थियों का कहना है कि उनके अंकपत्र में संशोधन न किया गया तो हर स्तर पर विरोध करेंगे। तमाम अभ्यर्थी अपने दो दो अंकपत्र की प्रति लेकर बोर्ड दफ्तर पहुंचे थे दोनों में भारी अंतर था। बोर्ड की तरफ से उनकी शिकायतें स्वीकार कर ली गई हैं लेकिन संशोधन की संभावना नहीं है। बोर्ड सचिव प्रभा त्रिपाठी का कहना है कि अभ्यर्थियों की ज्यादातर शिकायतें चेक कराई गई हैं। किसी में संशोधन की संभावना नहीं दिख रही है। शासन की तरफ से आदेश है कि एक हफ्ते के अंदर सर्टिफिकेट अभ्यर्थियों तक पहुंच जाएं।