नई दिल्ली: श्रृंगार का प्रतीक सोना अब सबसे सुरक्षित संपत्ति बन गया है। बेशक सोने की कीमतें आसमान छू रही हैं पर इस धातु से भारतीयों का मोह कभी कम नहीं हुआ।
संकट के समय भी सोना न बेचने वाले भारतीय परिवार अब सुरक्षित संपत्ति के लिए सोने में बढ़चढ़ कर निवेश करने लगे हैं। उन्होंने अपने घरों में आभूषणों और अन्य रूपों में 18,000 टन सोना जमा कर रखा है। इसकी कुल कीमत 950 अरब डॉलर (करीब 49,40,000 करोड़ रु.) है। यह देश के सकल घरेलू उत्पाद यानी जीडीपी का 50 प्रतिशत है। ग्लोबल अनुसंधान फर्म मैकक्वैरी की रिपोर्ट में ये तथ्य सामने आए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय सोने के सौदे में भी नंबर वन बन गए हैं। जनवरी, 2010 से सितंबर 2011 के बीच सोने की मांग बढ़ी है।