फर्रुखाबाद: इसे सत्ता का खौफ नहीं तो और क्या कहेंगे कि एक दलित उदंड युवक द्वारा पीसीएस अधिकारी के ऊपर थूकने के बाद जब पीसीएस अधिकारी ने इसकी सूचना कर्नलगंज चौकी में दी तो युवक ने वहां भी उदंडता से बात की व अधिकारी के शिकायत करने के बावजूद भी पुलिस की हिम्मत नहीं पडी कि वह युवक के खिलाफ कोई कार्रवाई करे बल्कि उसे झाड पोंछकर टरका दिया गया|
आज करीब १० बजे लखनऊ के शक्ती नगर निवासी डॉ कमलेश मैनपुरी अपनी भांजी के यहाँ जाने के लिए फर्रुखाबाद बस अड्डे पर उतरे व टैम्पो पर सवार होकर भोलेपुर की तरफ चल दिए| तभी ड्राईवर की बगल की सीट पट बैठे दलित युवक नीरज सागर पुत्र विद्या सागर ने असभ्यता से थूका जिससे पीछे वाली सीट पर बैठे अधिकारी के कपड़े पर जा गिरा| जिसपर अधिकारी ने नाराजगी जताई व टैक्सी रोककर युवक दलित दबंगई दिखाने लगा|
मामला बढ़ता देख रहे इस खेल को देखने वालों की भीड़ लग गयी| सभी युवक मायावती सरकार द्वारा दलितों को दी गयी छूट का बेख़ौफ़ तमाशा देख रहे थे| जैसे तैसे अधिकारी युवक को पकड़कर कर्नलगंज चौकी ले गए वहां भी लडके की असभ्यता के आगे अंग्रेजी में बात कर रहे पीसीएस अधिकारी की एक न चली| बल्कि युवक ने यह भी कह डाला कि मेरा कुछ भी नहीं कर सकता और ऐसा हुआ भी|
मौके पर मौजूद चौकी के सिपाही शिवराम ने अधिकारी को चौकी इंचार्ज के मोबाइल का नंबर दिया व खुद चौकी इंचार्ज को एक दलित युवक के पीसीएस अधिकारी के थूके जाने की घटना की जानकारी देने की हिम्मत नहीं जुटा पाया| जब पीसीएस अधिकारी ने चौकी प्रभारी नासिर हुसैन से बात की व मामले को रफा-दफा करने को कहा| लेकिन वह यह भूल गए जब यह युवक पीसीएस अधिकारी पर थूक सकता है तो निम्न श्रेणी के अधिकारियों की क्या बिसाद|
कहीं न कहीं बसपा सरकार का हांथी पुलिस को नजर जरूर आ गया| तत्पश्चात मात्र एक सिपाही ने पीसीएस अधिकारी की समस्या का समाधान कर उन्हें टरका दिया गया| बेचारे पीसीएस अधिकारी की अंग्रेजी में निकली चीख हांथी की चिंघाड़ के सामने दब गयी| ऐसे न जाने प्रतिदिन जाने कितने अधिकारी सत्ता के आगे नत मस्तक हुए हैं……………|