एनसीटीई के निर्देष पर प्रदेश में पहली बार संपन्न टीईटी परीक्षा गड़बड़ियों को पुलिंदा बनी रही। परीक्षा को संपादित कराने के लिये जिम्मेदार माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अनाड़ीपन के चलते परीक्षा की ख्वारी रही।
शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) में माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा उत्तरमाला चार बार संशोधित की गई। घोषणा के मुताबिक 14 नवंबर को उत्तर माला भी जारी कर दी गई। इसमें से एक संशोधन के बारे में तो अभ्यर्थियों को वेबसाइट पर जानकारी दी गई, पर बाकी तीन संशोधन गुपचुप तरीके से कर दिए गए।
माध्यमिक शिक्षा परिषद ने उच्च प्राथमिक के सी बुकलेट कोड में 15 व 21 नंबर पर पूछे गए प्रश्नों के विकल्पों को संशोधित कर लिया गया है। अब 15 का उत्तर सी व 21 का उत्तर भी सी कर दिया गया है। इससे पूर्व बोर्ड ने 31, 57, 76, 89 व 92 को संशोधित किया था। इसके अलावा 150 नंबर पर पूछे गए प्रश्न को गलत मानते हुए हटा दिया गया था।
इससे पूर्व प्रवेश पत्रों के जारी किये जाने के दौरान भी काफी अव्यवस्था रही। किसी को एक किसी को एक भी नहीं, तो किसी को दोनों प्राथमिक तो किसी को दोनों उच्च प्राथमिक के प्रवेश पत्र जारी हो गए। परीक्षा से एक दिन पूर्व तक अभ्यर्थियों को जेडी कार्यालयों पर मंडराने देखा गया। हालात यह रहे कि परीक्षा के एक दिन पहले तक देर रात प्रवेश पत्र बांटे गए। कुछ को प्रवेश पत्र मिला, कुछ हिम्मत हारकर घर बैठ गए।