लंबी सियासी रस्साकशी के बाद कांग्रेस और रालोद के बीच गठबंधन हो गया। गठबंधन की शर्तों में केवल यूपी विधानसभा चुनाव में टिकट बंटवारा ही नहीं बल्कि केंद्र की यूपीए सरकार में साझेदारी की भी शर्त सम्मिलित है। रालोद प्रमुख अजित सिंह के केंद्रीय मंत्री पद पर शपथ लेने के साथ ही इस गठबंधन की औपचारिक कर दी जायेगी। अनुराधा चौधरी को सरकारी बोर्ड की अध्यक्ष बनाने पर अभी निगोशियेशन जारी है।
कांग्रेस और रालोद के बीच की बातचीत के दौरान सीटों के बंटवारे का मसला लगभग निपट गया है। पश्चिमी यूपी की शामली, फतेहपुर सीकरी और अतरौली समेत आधा दर्जन सीटें कांग्रेस को व रालोद को लगभग आधा सैकड़ा सीटें देने का फैसला कर लिया गया है।
शामली सीट पर दावेदारी छोड़ने के बदले रालोद की वरिष्ठ नेता अनुराधा चौधरी को राज्यमंत्री के दर्जे वाले किसी केंद्रीय सरकारी बोर्ड का अध्यक्ष बनाने की अटकलें भी लग रही है।