फर्रुखाबाद: यह बात आज विश्व हिन्दू परिषद् के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष डॉ ब्रह्मदत्त अवस्थी ने प्रेस वार्ता के दौरान अपने आवास पर कही| इस दौरान वह केंद्र सरकार पर जमकर बरसे|
डॉ अवस्थी ने कहा कि सत्ता संभालते ही राज्य ने राष्ट्र को निगल फेंका| सत्ता ने राज्य को भी अपनी मुट्ठी में कैद कर लिया| सत्ता ही सर्वस्व बन गयी| सत्ता मिले और सत्ता बनी रहे इसके लिए हत्खंडे चलाये गए| डेमोक्रेसी में वोट की ताकत है इस वोट के लिए मजहबी कार्ड खुलकर चला और अब तो सभी सीमाएं टूट गयीं| तुम हमें वोट दो बदले में जो मांगोगे वह तो देंगे ही जो नहीं मांगोगे वह भी देंगे और दिल खोलकर खूब देंगें|
उन्होंने कहा कि इस देने और लूटने के हत्खंडे ने भारत की पहचान, मूल और स्वाभिमान, जीवन और द्रष्टि पर ही संकट खडा कर दिया| देश को विदेश के सिंकंजे में खडा कर दिया| अब देश का नहीं समूह का क़ानून बनेगा| क़ानून के सिद्धांत ही समाप्त होंगे| सब पर सामान रूप से क़ानून लागू न होगा| आरोपी को आरोप लगाने वाले का पता होगा और न आरोप का| आरोप लगाने वाले को आरोप भी सिद्ध करना न होगा| आरोपी जेल में सड़ेगा| बल्कि आरोपी ही नहीं उसके घरवाले, संगठन वाले, समझे जाने वाले विना सवूत जेल में जायेंगें| यह कमाल होगा भारत के लोकतंत्र का| भारत की चेतना तथा अस्मिता को विदेश विना प्रयास ही अपनी मुट्ठी में कास लेगा| भारत की धरती तो होगी पर धरती पर आदमी भी होंगे लेकिन गांधी व गंधे के आराध्य ” राम ” का भारत नहीं होगा|