लोग इस बात को लेकर काफी परेशान हुए कि एक रात पहले खेत में कोई गड्ढा ही नहीं था लेकिन जब अगले दिन सबेरे लोग जगे तो इलाके में एक बड़ा सा गड्ढा बना हुआ था जिसमें ढेर सा पानी था। यह गड्ढा कहां से आया और पानी कैसे भर गया, इस सवाल का जवाब किसी के पास नहीं है। वहीं इस गड्ढे से कुछ दूर रहने वाले लोगों का कहना है कि उन्होंने रात में बहुत तेज आवाज सुनी, लेकिन दिखा कुछ भी नहीं।
गांव वालों की माने तो पहले तो इसमें पानी ही पानी दिख रहा था लेकिन दो दिन पहले जब लोगों ने डंडे डाल कर इस गोलाकार गड्ढे की गहराई नापने की कोशिश की तो इसमें धान की डूबी फसल तब उतराती मिली। गांव वालों के मुताबिक इस कोशिश में धान के कुछ पौधे ऊपर आ गए। सूखे खेत में बने इस गोलाकार गड्ढे के बनने के सात दिन बाद भी गांव के लोग तरह-तरह के कयास लगा रहे हैं। कोई इसे बाहरी ग्रह के लोगों की आने की बात कह रहा है तो किसी को यहां उडऩ तश्तरी उतरने की बात लगती है। सभी की अपनी सोच और नये-नये कयासों के कारण यह गड्ढा अब लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गया है। बहरहाल जिला प्रशासन के अधिकारी गड्ढे के बारे में खोजबीन करने में जुटे हैं।