मैच फिक्सिंग के गुनहगार अब सलाखों के पीछे

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फिक्सिंग के गुनाह में पहली बार अदालत ने तीन खिलाड़ियों और एक बुकी को जेल की सजा सुनाई है। लंदन की अदालत ने इंग्लैंड के बुकी मजहर मजीद के साथ-साथ पाकिस्तानी खिलाड़ियों सलमान बट, मोहम्मद आसिफ और मोहम्मद आमिर को कैद की सजा सुनाई है। लंदन के साउथवर्क क्राउन कोर्ट ये दिन आम दिनों जैसा नहीं था। खचाखच भरी अदालत में जज जेरेमी क्रूक ने सज़ा सुनाना शुरू किया तो सबसे पहले यही कहा कि आपका गुनाह इतना संगीन है कि उसके लिए क़ैद ही सजा है।

सबसे पहले नम्बर आया बुकी मज़हर मजीद का। अदालत ने मजीद को ओवल और लॉर्ड्स टेस्ट के दौरान ग़ैरकानूनी तरीक़े से सलमान बट, मोहम्मद आसिफ और मोहम्मद आमिर को पैसे देकर स्पॉट फिक्सिंग करने और फिक्सिंग के ज़रिए सट्टेबाज़ी में धोखाधड़ी करने की साज़िश का मुजरिम करार दिया और 2 साल 8 महीने क़ैद की सज़ा सुनाई। साथ में 56 हज़ार 554 पौंड का ज़ुर्माना लगाया।
मतलब भारतीय मुद्रा में 44 लाख 43 हज़ार 840 रुपए। अदालत ने मज़हर मजीद से कहा कि अगर तुम अपना गुनाह कबूल नहीं करते तो ये अदालत तुम्हें 4 साल की सज़ा सुनाती। दूसरे नम्बर पर सलमान बट के गुनाहों की फेहरिस्त पेश की गई। जज जेरेम क्रूक ने सलमान बट को ओवल के लिए नहीं बल्कि लॉर्ड्स टेस्ट के दोषी माना। बट को लॉर्ड्स टेस्ट के दौरान 26 और 27 अगस्त 2010 को आसिफ और आमिर से तीन नो बॉल कराने के ऐवज़ में ग़ैरक़ानूनी तरीक़े से पैसे लेने और ऐसा कर के सट्टेबाज़ी में धोखाधड़ी करने की साज़िश का मुजरिम करार दिया और 2 साल 6 महीने की सज़ा सुनाई और 30937 पौंड का जुर्माना ठोंका। यानी भारतीय मुद्रा में 24 लाख 30 हज़ार 998 रुपए।
अदालत ने बट को सज़ा सुनाते हुए कहा कि तुम्हारी रहम की अपील को खारिज किया जाता है और तुम्हारे क़बूलनामे की वजह से भी तुम्हारी सज़ा कम नहीं की जा सकती। लेकिन आईसीसी की ओर से लगे बैन को देखते हुए इसे कम किया जा रहा है और 4 साल क़ैद की जगह 2 साल 6 महीने की सज़ा सुनाई जाती है। तीसरे नम्बर पर नाम आया मोहम्मद आसिफ़ का। आसिफ़ के मामले में जज ने उन्ही गुनाहों का मुजरिम बताया जिसके लिए उनके कैप्टन सलमान बट को सज़ा सुनाई गई, लेकिन कप्तान मुक़ाबले उनकी ज़िम्मेदारी को कम आंकते हुए और सिर्फ एक नो बॉल तक आसिफ़ के गुनाह को सीमित बताते हुए एक साल क़ैद की सज़ा सुनाई और 8 हज़ार 120 पौंड का जुर्माना लगाया गया। यानी भारतीय मुद्रा में ये रक़म होती है 6 लाख 37 हज़ार 934 रुपए।
आसिफ़ को कोर्ट ने बताया कि तुम पर लगा आईसीसी का बैन ही तुम्हारे लिए माकूल सज़ा है। लेकिन क़ानून के गुनहगार के तौर पर सबक सिखाने के लिए तुम्हें सज़ा देनी होगी। लिहाज़ा तुम्हें एक साल क़ैद की सज़ा सुनाई जाती है। चौथे नम्बर पर मोहम्मद आमिर को अदालत ने पहले उसके गुनाह सुनाए और फिर उसे सज़ा सुनाई। आमिर को लॉर्ड्स टेस्ट के दौरान 26 और 27 अगस्त 2010 को दो नो बॉल करने के एवज़ में ग़ैरक़ानूनी तरीक़े से पैसे लेने और ऐसा कर के सट्टेबाज़ी में धोखाधड़ी करने की साज़िश का मुजरिम करार दिया और 6 महीने क़ैद की सज़ा सुनाई और 9389 पौंड का जुर्माना लगाया।
भारतीय मुद्रा में ये रकम है 7 लाख 37 हज़ार 723 रुपए। आमिर के मामले में अदालत ने कहा कि तुम पर लगा आईसीसी का बैन ही तुम्हारे लिए माकूल सज़ा है लेकिन क़ानून के गुनहगार के तौर पर सबक सिखाने के लिए तुम्हे सज़ा देनी होगी और तुम्हारे क़बूलनामे को ध्यान में रखते हुए अदालत तुम्हे 6 महीने की सज़ा सुनाती है। अगर तुमने अपना गुनाह क़बूल नहीं किया होता तो ये सज़ा 9 महीने की होती। मजीद, बट और आसिफ अपनी सज़ा दक्षिण लंदन के वांड्सवर्थ जेल में काटेंगे जबकि आमिर फेलह्म युवा अपराधी संस्था में रहेंगे। अदालत ने चारों को बताया कि जितनी सज़ा उन्हें सुनाई गई है। उसकी आधी अवधि वो जेल में काटेंगे और बाकी की आधी अवधि वो ज़मानत पर जेल के बाहर बिता सकते हैं बशर्ते की उस दौरान वो कोई अपराध नहीं करते हैं या ज़मानत की शर्तों को नहीं तोड़ते हैं।
अपने फैसले में अदालत ने कहा कि ये क्रिकेट नहीं, क्रिकेट की एक छवि थी, ईमान था, अब ये कारोबार बन गया है। क्रिकेट अब उन बच्चों की निगाह में गिर गया है जो आप तीनों को हीरो मानते थे। खेल की दुनिया में हैरतअंगेज कारनामे होते हैं, लेकिन अब जब भी कभी कोई हैरान करनेवाला नतीजा सामने आएगा तो लोग ये सोचेंगे कि कहीं ये फिक्स तो नहीं था। क्रिकेट के मुरीदों और पाकिस्तान के बाशिन्दों को छले जाने का एहसास हो रहा है। बट तुम, आसिफ और आमिर ने अपने समर्थकों और खेल के मुरीदों को नीचा दिखाया है। ये गुनाह इतना संगीन है कि सिर्फ जेल की सजा ही क्रिकेटर्स, एजेंट और दूसरे लोगों को ये गुनाह करने से रोक सकती है। तुमने दो गुनाह कबूल किए हैं।
पहला रिश्वत देने का और दूसरा क्रिकेट पर सट्टा लगाने की साजिश में शामिल होने का। तुम्हारी सफाई ये है कि तुमने सिर्फ तीन नो बॉल फेंकवाए और स्टिंग में दर्ज तुम्हारे बयान झूठे हैं जो सिर्फ रिपोर्टर को प्रभावित करने के मकसद से कहे गए थे। मैं इस दलील को खारिज करता हूं। हकीकत ये है कि रिश्वत की कमाई का सबसे बड़ा हिस्सा तुमने लिया। तुमने 21 अगस्त को ओवल टेस्ट मैच में सलमान बट को मेडन ओवर खेलने को कहा। रिश्वत लेकर तुमने आमिर और आसिफ से नो बॉल फेंकवाया।
तुमने भारत और दुबई के बुकीज को ओवल और लार्ड्स टेस्ट मैच से जुड़ी जानकारियां दी। तुमने हर तरह के मैच के वास्ते रेट चार्ट बनाया हुआ था। ब्रेकेट के लिए 80 हजार पौंड, ट्वेंटी ट्वेंटी के लिए 4लाख पौंड, वनडे के लिए 4.5लाख पौंड और टेस्ट मैचकेलिए दस लाख पौंड। पाकिस्तान टीम के 6 खिलाड़ियों के मैनेजर और सलमान बट के दोस्त के तौर पर तुम टीम के खिलाड़ियों और मैच के नतीजे पर असर डालने की स्थिति में थे। ज्यूरी ने तुम्हें रिश्वत लेकर तीन नो बॉल फेंकवाने और क्रिकेट में सट्टेबाजी का कसूरवार करार दिया है। अगर तुमने अपना गुनाह कबूल नहीं किया होता तो तुम्हें इन दोनों गुनाहों के लिए अलग-अलग चार साल की सजा होती, लेकिन अब तुम्हारे इकबालिया बयान के मद्देनजर अदालत तुम्हें 2 साल 8 महीने की सजा सुनाती है। इसके अलावा तुम्हें छह महीने के अंदर 56,554 पौंड का जुर्माना अदा करना होगा।