फर्रुखाबाद: जुलाई से प्रारम्भ हुए शिक्षा सत्र को लगभग चार माह बीत चुके हैं| परन्तु अभी तक छात्रों के बस्ते खाली हैं। अभी भी किताबो के आने का सिलसिला जारी है| सर्व शिक्षा अभियान का मखोल उड़ाते हुए पुस्तके भी मासूम छात्रों से ढुलवाई जा रही है, जबकि बाकयदा ढुलाई का पेसा शासन से आता है|
मालूम हो कि सत्र प्रारम्भ हुए काफी समय हो गया है| बिना किताबों के बच्चों ने तिमाही परीक्षा भी दे दी| लेकिन सोचने का विषय है कि किताबों का सिलसिला आना अब शुरू हुआ है ऐसे में बिना किताबों के ही छात्रों ने परीक्षा कैसे दी होगी और शिक्षकों ने परीक्षा कैसे करा दी| अब किताबें आ ही गयीं है तो मुख्य बात यह है कि ये कब बितरित की जायेंगीं और कब छात्र किताबों से पढ़ पायेंगें| परिषदीय विद्यालयों की व्यवस्था राम भरोसे ही चल रही है| क्या होगा छात्रों के भविष्य का ? अध्यन अध्यापन कार्य भी डग्गामारी कर तर्ज पर चल रहा है| और भी अधिक शर्म की बात तो यह है कि कमालगंज में ब्लाक संसाधन केंद्र में बुधवार को शिक्षकों के सामने ही टैक्टर से किताबे छात्र उतार रहे थे| निर्माणाधीन अतिरिक्त कक्षा कक्ष में भी किताबे भरी हुई हैं।
पूर्व माध्यमिक विद्यालय कक्षा ६, ७ व ८ के छात्र वीरेंद्र, अवधेश, अतुल, अजय, आमिर, व आसिफ ने बताया कि अब तक उन्हें बीज गडित, रेखा गडित, भूगोल, उर्दू, अंग्रेजी, विज्ञान आदि विषयों की किताबे अब तक नहीं मिल पायी है जबकि इस सत्र की दूसरी परीक्षा नवंबर में शुरू हो जाएँगी|
इस संबंध में पूछे जाने पर एबीएसए सर्वेश कठेरिया ने बताया की सभी किताबे आ चुकी है| जल्द ही वितरण कार्य शुरू कराया जायेगा|