व्यवसायिक प्रतिद्वंदिता के चलते सर्राफ ने ही कराया जरारी लूटकांड

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फर्रुखाबाद: विगत 18 सितंबर को कमालगंज थाने के ग्राम जरारी के एक सर्राफ दीपक वर्मा से मुख्य मार्ग् पर हुई लगभग 22 लाख की लूट की योजना उसी गांव में दुकान किये दूसरे सर्राफ विकास अग्रवाल ने बनायी थी। घटना के तीन सप्ताह बाद एसओजी टीम ने लूट का खुलासा करते हुए पांच आरोपियों को जेल भेज दिया। अभी एक सिपाही का पुत्र फरार है जबकि एक आरोपी एक सप्ताह पूर्व ही जमानत कटा कर जेल जा चुका है।

तीन सप्ताह बाद किया एसओजी ने खुलासा

सिपाही का पुत्र फरार, एक आरोपी जेल में

विदित है कि थाना क्षेत्र कमालगंज के अंतर्गत पेरी नवादा मोड़ के पास सैंट्रो कार से जरारी से फर्रुखबाद लौट रहे सर्राफ पिता-पुत्र दीपक वर्मा उर्फ दीपू  व मानसिंह निवासी सेनापति को सरे राह रोक कर चार लुटेरे लाखों रुपये के जेवर व नगदी लूट कर फरार हो गये थे। सांय साढ़े चार बजे ग्राम जरारी स्थित दुकान बंद कर सर्राफ दीपक वर्मा उर्फ दीपू  अपने पिता मान सिंह वर्मा के साथ सेनापति मोहल्ला स्थित आवास के लिये अपनी सैंट्रो कार संख्या यूपी 76 एम 6688 से शहर लौट रहे थे। रास्ते में पेरी नवाद मोड़ के पास उनको के दो पल्सर सवार चार युवक आपस में झगड़ते दिखे। कार उन युवकों के समीप पहुंचते पहुंचते दोनों युवक लड़ते लड़ते बीच सड़क पर आ चुके थे, जिसके कारण दीपू को अपनी कार रोकनी पड़ी। कार रुकते ही  एक युवक ने दीपू की कनपटी पर तमंचा लगा दिया। दूसरे ने दरवाजा खोलकर जेवर व नगदी से भरा बैक मान सिंह से छीनकर फरार हो गये। चारों के हाथ में पिस्टल तमंचे आदि थे।  भागते समय बदमाश दीपू व उनके पिता से मोबाइल व कार की चाभी भी अपने साथ ले गये थे। बाद में राहगीरों को रोक कर पिता-पुत्र ने आप बीती सुनाई व फोन कर पुलिस को सूचना दी।लूट का शिकार दीपू ने बताया कि बैग में ढाई किलो चांदी व 800 ग्राम सोने के जेवर और एक लाख 76 हजार नगद था।

शनिवार को एसओजी ने लूट का खुलास करते हुए घटना के मास्टरमाइंड विकास अग्रवाल, लूट में शामिल दो बदमाश राजेंद्र कुमार गौतम और शरद यादव व माल खरीदने वाले दो सर्राफा व्यापारियों विधूना निवासी विकास वर्मा और नीवकरोरी निवासी रविंद्र को जेल भेज दिया है। लूट में शामिल एक सिपाही का पुत्र अमित अभी फरार है, जबकि मुख्य सरगना राम मिस्टर यादव एक सप्ताह पूर्व ही किसी दूसरे मामले में जमानत कटा कर जेल जा चुका है।