शिवसेना प्रमुख बाल साहब ठाकरे ने अन्ना को पंगा न लेने की धमकी दे दी है। ठाकरे और अन्ना के बीच जुबानी जंग शुरू हो गई है। शिवसेना की दशहरा रैली में बाला साहब ने अन्ना की जमकर खिल्ली उ़डाई थी। रैली में बाल ठाकरे ने अन्ना पर निशाना साधा था जिसका जवाब अन्ना ने उन्हीं की भाषा में दिया था। बाल ठाकरे को यह जवाब नही आया और उन्होंने अन्ना को बचपना न करने तक की नसीहत दे डाली है।
विदित है कि गुरूवार को शिवाजी पार्क में शिवसेना की दशहरा रैली के दौरान बाल ठाकरे ने अपना भाषण दिया, उसमें प्रधानमंत्री, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी सहित अन्ना हजारे की टीम को भी निशाना बनाया। उन्होंने अन्ना का नसीहत देते हुए कहा था कि वह भ्रष्टाचार का मजाक ना बनाएं। भ्रष्टाचार कम होने वाला नहीं है। अन्ना प्रमाणिक हैं, लेकिन अरविंद केजरीवाल, किरण बेदी, प्रशांत भूषण क्या करते हैं, यह कुछ समझ में नहीं आता। भ्रष्टाचार खत्म करने में ब़डे-ब़डे लोग हार गए। एक ओर अन्ना अनशन कर रहे थे और दूसरी ओर रामलीला मैदान पर लोग खाना खा रहे थे, अलग-अलग तरह के जूस बांट जा रहे थे।
ठाकरे के इस बयान के जवाब में गुरूवार को अन्ना ने सिर्फ इतना जवाब दिया कि व्यक्ति में अपमान सहन करने की शक्ति होनी चाहिए। बाल ठाकरे को जो बोलना है वह बोलें, हम अपना काम करते रहेंगे। लेकिन शुक्रवार को अन्ना बाल ठाकरे के खिलाफ खुलकर बोले। उन्होंने कहा, बाल ठाकरे की सरकार उनकी वजह से चली गई। ठाकरे के तीन-तीन मंत्रियों को उन्होंने घर का रास्ता दिखाया था। अगर उनके मंत्री भ्रष्टाचारी नहीं होते, तो वे घर क्यों जाते। उन्होंने कहा कि ठाकरे को तीन बार अपनी कही बात वापस लेनी प़डी है। ठाकरे पर चुटकी लेते हुए अन्ना ने कहा कि उनकी अब उम्र हो गई है। उम्र के हिसाब से बदलाव आता है।
अन्ना के उम्र की बात छे़डते ही ठाकरे का पारा सातवें आसमान चढ़ गया। उन्होंने प्रेस नोट जारी किया, जिसका शीर्षक था- अन्ना हमसे दुश्मनी लेने की जुर्रत ना करें। इसमें कहा गया है कि कल की दशहरा रैली में हमने अन्ना के बारे में जो कहा और जिस तरह आज के सारे न्यूज पेपर में उसे सजाया गया वैसा हमने कुछ भी नहीं कहा है। लेकिन अन्ना ने हमें जो कहा है उसका हम जवाब दे सकते हैं, क्योंकि हम गांधीवादी को नहीं मानते। हमारी बढ़ती उम्र के बारे में कहा गया है इसके लिए हम प्रतिक्रिया दे रहे हैं कि हां हमारी उम्र बढ़ रही है, लेकिन आप हमसे उम्र में छोटे हैं इसलिए कहते हैं कि बचपना मत कीजिए। यह आपको शोभा नहीं देता और खामखां हमसे दुश्मनी लेने की जुर्रत न करें।