**लोकायुक्त जांच की गिरी गाज,विजिलेंस करेगी आरोपों की जांच**
लोकायुक्त की जांच के दायरे में आये प्रदेश के माध्यमिक शिक्षा मंत्री रंगनाथ मिश्र और श्रम मंत्री बादशाह सिंह को बुधवार को मुख्यमंत्री मायावती ने पद से हटा दिया। रंगनाथ को पद से हटाने के लिए मंगलवार को ही लोकायुक्त ने सिफारिश की थी, बादशाह सिंह के खिलाफ अभी जांच रिपोर्ट सरकार को नहीं भेजी गई है। मायावती ने रंगनाथ मिश्रा व बादशाह सिंह के साथ साथ पूर्व में लोकायुक्त की संस्तुति पर मंत्रीपद से हटाये जा चुके अवधपाल के खिलाफ लगे आरोपों की जांच सतर्कता अधिष्ठान से कराने का निर्णय किया है।
भदोही के स्वामी नाथ मिश्र ने रंगनाथ मिश्र के खिलाफ लोकायुक्त के यहां परिवाद दाखिल कर कई आरोप लगाए थे। इनमें लोकायुक्त ने रंगनाथ को आय से अधिक संपत्ति और भूमि पर कब्जे के मामले में दोषी पाया है। रंगनाथ लगभग 84 लाख से अधिक रुपये की आय का स्त्रोत लोकायुक्त को नहीं बता सके। इनके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर सीबीआई या अन्य किसी संस्था से जांच कराने की सिफारिश भी की गई थी। जबकि श्रम मंत्री बादशाह सिंह पर सरकारी जमीन व ग्राम सभा की जमीन पर कब्जे के आरोप हैं। लोकायुक्त ने मामले की जांच करने के बाद जवाब तलब किया था। बादशाह सिंह ने अपना जवाब लोकायुक्त के पास भेज भी दिया है। हालांकि उनके मामले में लोकायुक्त ने अपनी ओर से सरकार को कोई संस्तुति नहीं भेजी है।
अपदस्थ मंत्रियों की टिकट पर भी तलवार
रंगनाथ मिश्र औराई (भदोही) से विधायक हैं, जबकि बादशाह सिंह मौदहा (हमीरपुर) से चुने गए थे। दोनों मंत्रियों को पद से जरूर हटाया गया है लेकिन फिलहाल बसपा से उनकों निष्कासित नहीं किया गया है। रंगनाथ को पार्टी ने इस बार मिर्जापुर से प्रत्याशी बनाया है। अब दोनों मंत्रियों के चुनाव लड़ने को लेकर भी अटकलों का दौर शुरू हो गया है। इससे पूर्व पद से हटाए गए मंत्री अवधपाल सिंह यादव का टिकट काटा जा चुका है। लोकायुक्त की जांच के घेरे में आये संस्कृति मंत्री सुभाष चंद्र पांडेय का भी टिकट कट चुका है।
बसपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि दोनों मंत्रियों को पद से हटाने का निर्णय किया है, ताकि जाच प्रभावित न हो।
लोकायुक्त ने किया फैसले का स्वागत
लोकायुक्त न्यायमूर्ति एनके मेहरोत्रा ने दोनों मंत्रियों को हटाने के प्रदेश सरकार के फैसला का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि अपने खिलाफ लगे आरोपों पर श्रम मंत्री बादशाह सिंह ने अंतिम जवाब भेज दिया है। उनके मामले में भी जल्द ही सरकार को रिपोर्ट भेज दी जाएगी।