संकट में भाजपा: नरेंद्र मोदी ने आडवाणी को दी चुनौती

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नई दिल्ली. लालकृष्ण आडवाणी और नरेंद्र मोदी के बीच मतभेद की खबरों के बीच भारतीय जनता पार्टी की दो दिनों तक चलने वाली राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक शुक्रवार को राजधानी में जारी है। बैठक में गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बी. एस. येदियुरप्पा शामिल  नहीं हो रहे हैं। भ्रष्टाचार के आरोपों के चलते कुछ हफ्ते पहले येदियुरप्पा ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री की कुर्सी छोड़ी है।

नरेंद्र मोदी के कार्यकारिणी में न आने पर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी का कहना है कि नवरात्रि की वजह से मोदी इस अहम बैठक में हिस्सा नहीं ले रहे हैं। लेकिन मीडिया में सूत्रों के हवाले जो खबर सामने आ रही है उसके मुताबिक आडवाणी की प्रस्तावित जन चेतना यात्रा के गुजरात की जगह उत्तर प्रदेश-बिहार की सीमा से शुरू होने और यात्रा को नीतीश कुमार द्वारा हरी झंडी दिखाकर रवाना किए जाने से मोदी बिफरे हुए हैं। आडवाणी और मोदी के बीच मतभेद की खबरों ने तभी से जोर पकड़ लिया था, जब से आडवाणी ने जयप्रकाश नारायण की जन्मस्थली सिताब दियारा से अपनी रथयात्रा की शुरुआत करने का फैसला किया था।

सितंबर में ही मोदी के सद्भावना मिशन के तहत उपवास पर बैठने पर आडवाणी ने उनके समर्थन में अहमदाबाद की यात्रा की थी। लेकिन नीतीश की पार्टी जेडी(यू) ने इस उपवास से दूरी बनाई थी। जेडी(यू) ने मोदी को बतौर प्रधानमंत्री पेश किए जाने पर भी आपत्ति जताई थी। इससे पहले भी बिहार विधानसभा चुनाव में नीतीश ने मोदी को प्रचार से दूर रखा था। इन्हीं घटनाओं की वजह से नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार में अनबन है।

आडवाणी की रथयात्रा 18 राज्यों और 3 केंद्रशासित प्रदेशों से होकर गुजरेगी। इसकी शुरुआत 11 अक्टूबर को सिताब दियारा से होगी। यात्रा के दौरान पटना में एक बड़ी रैली का आयोजन किया जाएगा। इसमें अरुण जेटली, सुषमा स्वराज के अलावा एनडीए के संयोजक शरद यादव भी शामिल होंगे। लेकिन नरेंद्र मोदी इस रैली में शामिल नहीं होंगे। समझा जाता है कि नीतीश कुमार को नाराज न करने की नीति पर चलते हुए बीजेपी ने मोदी को पटना की रैली से दूर रखने का फैसला किया है।
यूपी में बीएसपी या एसपी से गठबंधन नहीं करेगी बीजेपी


भारतीय जनता पार्टी अगले साल उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में सत्तारूढ़ बीएसपी या समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन नहीं करेगी। पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के दौरान मीडिया को संबोधित करते हुए पार्टी के प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि अगर उत्तर प्रदेश की जनता बीजेपी को सरकार बनाने का जनादेश नहीं देगी तो पार्टी विपक्ष में बैठना पसंद करेगी। उन्होंने कांग्रेस पर बीएसपी और एसपी के पक्ष में काम करने का आरोप लगाया।

प्रसाद ने कहा कि सीबीआई ने बीएसपी और एसपी से जुड़े मामले में दो बार चार्जशीट बदली थी। भाजपा ने प्रधानमंत्री पर भी सवाल खड़े करते हुए कहा कि इस समय देश में नेतृत्व का संकट है। प्रसाद ने कहा कि किसी भी मुद्दे पर प्रधानमंत्री या तो यह कहते हैं कि मुझे कुछ पता नहीं या फिर मैं देखूंगा। बीजेपी ने तेलंगाना को अलग राज्य बनाने का समर्थन किया है। रविशंकर प्रसाद का यह मानना है कि लालकृष्ण आडवाणी की जनचेतना यात्रा के बाद देश में नया माहौल बनेगा।