मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती ने बुधवार को प्रबुद्धनगर के रूप में राज्य का 73वां जिला घोषित किया। साथ में उन्होंने दलितों के लिए तमाम योजनाओं के क्रियान्वयन नहीं होने पर केंद्र सरकार को जमकर कोसा।
मुजफ्फरनगर में कानून व्यवस्था और विकास कार्य के निरीक्षण के दौरान मायावती ने यह घोषणा की है। मायावती ने कहा कि इस जिले का गठन सिर्फ इसलिये किया गया है कि राज्य में जब छोटे जिले होंगे तो विकास कार्य में कठिनाईयां नहीं आयेंगी। मायावती ने अपने घोषणे के दौरान कहा कि प्रबुद्धनगर के विकास में किसी भी प्रकार की कमी नहीं आयेगी।
मुजफ्फरनगर की जनता को संबोधित करते हुए मायावती ने कहा कि ‘ मैं यहां किसी पब्लिक मीटिंग के लिये नहीं आई हूं, मैं यहां आईं हूं कि जनपद में हो रहे विकास को करीब से देख सकूं’। मायावती ने कहा कि मुझे यह ऐलान करते हुए काफी खुशी हो रही है कि मुजफ्फरनगर के दो तहसील शामली औ कैराना को मिलाकर प्रबुद्धनगर नामक नये जिले का गठन किया जा रहा है।
मायावती ने कहा कि इस नये जिले में बेहतर पुलिस व्यवस्था के साथ ही साथ बेहर डाक्टरी, शिक्षा और अन्य सुबिधाओं को जल्द ही मुहैया करा दिया जायेगा। मायावती ने कहा कि इस जिले के विकास के लिये जितने भी धन की जरुरत होगी राज्य सरकार उसके लिये कभी पीछे नहीं हटेगी।
यूपी के 73वें जिले प्रबुद्धनगर का एक संक्षिप्त परिचय
मुजफ्फरनगर के दो तहसील शामली और कैराना को मिलाकर इस नये जिले (प्रबुद्धनगर) का गठन किया गया है। इस जिले का मुख्यालय शामली में होगा। जिले की कुल जनसंख्या 12 लाख 91 हजार 541 है। जिला मुख्यालय शामली के नाम में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है।