बेख़ौफ़ हो रही सरकारी अभिलेखों में हेराफेरी

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फर्रुखाबाद: थाना कमालगंज सरायमेदा राजेपुर निवासी मजरुल हसन पुत्र मुख्तार हुसैन ने पुलिस अधीक्षक से शिकायत की कि उनके ही गाँव के कुछ लोगों ने राजस्व विभाग के साथ मिलकर फर्जी तरीके से खतौनी पर अपना नाम अंकित करा दिए हैं|

कमालगंज निवासी मजरुल हसन ने जे ऍन आई को बताया कि ग्राम सरायमेदा राजेपुर कमालगंज निवासी हमारी पूर्वज एतमाद अहमद व इफ्तार अहमद पुत्र गण अब्दुल सिकंदर हुसैन, मुख्तार हुसैन पुत्र गण रहीमुद्दीन व मेहरुनिशा विधवा महमुद्दीन निवासी सरायमेदा कमालगंज के मालिक थे|

मै मेरा भाई व परिजन अपने पूर्वजों की भूमि पर उनकी मृत्यु के बाद उनकी भूमि आराजी संख्या खतौनी १३८१ व १३८३ के खाता संख्या २४ के गाटा संख्या १३६/ ०४६ व ३३४/ ०-१० व ४३१ मि० / १-२३ कुल रकवा २-२९ व खाता संख्या २५ गाटा संख्या ४३१ मि० / २२ पर मजरुल हसन व उनके भाई- भतीजे वारिस बने व उसपर कब्जा दाखिल है|

मजरुल हसन ने बताया कि गाँव के ही शातिर प्रवत्ति शकील अहमद ने बाद में बिना किसी आदेश के चालाकी से फर्जी तौर पर राजस्व विभाग की मिली भगत से मेरी पूर्वजों की जमीन को हड़पने के उद्देश्य से अपने मृतक पिता खलील पुत्र मोहम्मद शब्बीर का नाम चढवा लिया| जबकि मेरे व मेरे भाई बहनों की गाटा संख्याओं में बिरासत चढ़ चुकी है|

मजरुल ने बताया कि बाद में हेराफेरी करके खतौनी सन १३८९ बसली व १३९४ पसली में नाम खलील पुत्र मोहम्मद शब्बीर चढ़वाया है जो गलत है| शब्बीर ने इस सम्बन्ध में इससे पूर्व भी उच्चाधिकारियों से शिकायत की है| व इस बात का उल्लेख पुलिस अधीक्षक को दिए गए शिकायती पत्र में किया है|