झोला छाप डाक्टरों पर ऍफ़आईआर के नाम पर वसूली का खेल

Uncategorized

फर्रुखाबाद: जनपद में स्वस्थ्य महकमे के रहमो करम पर झोला छाप डाक्टर धड़ल्ले से अपना काम जारी रखे हुए हैं| शिकायत होने, मीडिया में खबर छपने या फिर खुद विभाग के छापे में पकडे जाने के बाबजूद झोला छाप डाक्टरों पर कोई कारवाही न होना इस बात का स्पष्ट संकेत है कि झोला छाप डाक्टर स्वस्थ्य विभाग के लिए दुधारू गाय साबित हो रहे हैं| पिछले तीन दिनों से चार झोला छाप डाक्टर के खिलाफ कारवाही/ऍफ़आईआर की फ़ाइल सौदेबाजी के चक्कर में सीएमओ कार्यालय में दूध दे रही है|

झोला छाप डाक्टर के मामले देख रहे डॉ राजवीर सिंह के सहयोगी ऋषि तिवारी ने जेएनआई को बताया कि जिले में लगभग 200 छोला छाप डाक्टर है| श्री तिवारी ने बताया कि कई प्रकरणों में उनके द्वारा ऍफ़ आई आर की कारवाही के बाद भी पुलिस कोई कारवाही नहीं करती है|
उन्होंने ये भी बताया कि पिछले दिनों कमालगंज और बढ़पुर क्षेत्र में पकडे गए झोला छाप डाक्टरों के खिलाफ ऍफ़ आई आर की कारवाही की जा रही है| ये पूछे जाने पर कि इन्तजार किस बात का है किसी को कोई जबाब देते नहीं बना| जाहिर है स्वस्थ्य विभाग को मालूम है कि जिले में 200 झोला छाप डाक्टर है और ये इन लोगो के लिए भ्रष्टाचार की दुधारू गाय का काम कर रहे हैं। विभाग की जानकारी के बाबजूद यह झोलाछाप अपनी दुकानें कैसे खोले हुए है| गरीब जनता की जान जोखिम में डालने वाले इन झोलाछाप डाक्टरों को चिकित्साविभाग खुली छूट दिये है|

अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. राजवीर ने बताया कि उन्होंने बुधवार को नवाबगंज का दौरा किया था। वहां मुख्य बाजार में दुकाने खोले मिले चार झोलाछाप डाक्टरों इंद्रपाल सिंह, विनय शाक्य, रोशन लाल व महेश चंद्र को मौके पर ही सात दिन में स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने का नोटिस दे दिया है।