सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाने वाले कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता मनीष तिवारी ने अपने आपत्तिजनक बयान के लिए गांधीवादी नेता से लिखित रूप से माफी मांगी है। अन्ना ने कांग्रेस नेता के लिखित माफीनामे को स्वीकार कर लिया है।
तिवारी ने जन लोकपाल विधेयक पर चलाए जा रहे अन्ना के आंदोलन के दौरान 16 अगस्त को एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा था कि गांधीवादी नेता सिर से पांव तक भ्रष्टाचार में डूबे हुए हैं। तिवारी के इस बयान से क्षुब्ध होकर पुणे के वकील मिलिंद पवार ने उन्हें आठ सितंबर को मानहानि का नोटिस भेजा था।
अन्ना को भेजे गए लिखित माफीनामे की प्रतियां जारी की गयीं। पत्र में तिवारी ने कहा है कि वह 25 अगस्त को भी अपने कथन के लिए माफी मांग चुके हैं।