फर्रुखाबाद: गरीब कुपेषित नौनिहालों के लिये केंद्र सरकार की ओर से आने वाली पौष्टिक पंजीरी लगातार पशुओं के चारे के तौर पर प्रयुक्त हो रही है। आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां बाकायदा इसकी बिक्री से आने वाली रकम को अपने मानदेय का हिस्सा मानती हे। विभागीय अधिकारियों द्वारा मासिक वसूली कर इसको अघोषित रूप से मान्यता प्रदान कर दी गयी है। इसी कड़ी में बुधवार को औषधिविभाग के एक छापे के दौरान पुलिस को एक अवैध मेडिकल स्टोर पर पंजीरी की बोरियों का ज़खीरा रखा मिला तो वह दंग रह गये। मौके से गिरफ्तार दुकानदार ने बताया कि यह नवाबगंज क्षेत्र के अंबेडकर ग्राम फतेहपुर परिउली की एक कार्यकत्री की हैं।
विदित है कि बुधवार कों औषधि विभाग के अधिकारियों ने कायमगंज क्षेत्र में अवैध रूप से चल रहे एक मेडिकल स्टोर पर छापा मार कर दुकानदार को गिरफ्तार किया था। प्रवर्तन दल के साथ गयी पुलिस ने छापे के दौरान दुकान में रखी पंजीरी की २२ बोरियां भी बरामद की है। पुलिस अपने साथ बोरियों को कोतवाली कायमगंज ले आयी है। परंतु चूंकि औषधि विभाग के अधिकारियों ने इन बोरियों का उल्लेख अपनी एफआईआर व फर्द मे नहीं किया है, सो पुलिस फिलहाल मामले को रफा दफा करने के मूड मे नजर आ रही है। देर रात्रि तक बोरियों की बरमदगी के विषय मे कोई रिपोर्ट दर्ज नहीं की गयी है। प्रभारी निरीक्षक कायमगंज कोतवाली ने बताया कि वह इस संबंध में गुरुवार को अपनी रिपोर्ट एसडीएम को भेंज देंगे।