सर्राफ से 22 लाख की लूट में पुलिस के हाथ बंधे

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दहशत में हैं पीड़ित, नागरिकों में व्याप्त है रोष

डकैती के बजाय छिनौती में दर्ज की एफआईआर

फर्रुखाबाद: दो दिन पूर्व कमालगंज क्षेत्र के ग्राम जरीरी में दुकान रखे सर्राफ के साथ पेरीनवादा मोड़ के पास मुख्य मार्ग पर हुइ लूट की घटना में अभी तक पुलिस के हाथ न कोई मुल्जिम लगा न कोई सुराग। पीडि़त सर्राफ परिवार बुरी तरह दहशत में है। दिन दहाड़े सरे राह हुई डकैती के मामले को छिनौती की धारा में दर्ज किये जाने से भी पीड़ित आहत है। घटना का खुलासा न होने के कारण स्थानीय लोगों में रोष है। सूत्रों के अनुसार लुटेरे एक दबंग नेता के गुर्गे है, इसी लिये पुलिस के हाथ बंधे हुए है।

विदित है कि रविवार को सांय साढ़े चार बजे ग्राम शाम ब्लाक कमालगंज के ग्राम जरारी स्थित दुकान बंद कर सर्राफ दीपक वर्मा उर्फ दीपू  अपने पिता मान सिंह वर्मा के साथ सेनापति मोहल्ला स्थित आवास के लिये अपनी सैंट्रो कार संख्या यूपी 76 एम 6688 से शहर लौट रहे थे। रास्ते में पेरीनवाद मोड़ के पास उनको के दो पल्सर सवार चार युवक आपस में झगड़ते दिखे। कार उन युवकों के समीप पहुंचते पहुंचते दोनों युवक लड़ते लड़ते बीच सड़क पर आ चुके थे, जिसके कारण दीपू को अपनी कार रोकनी पड़ी। कार रुकते ही  एक युवक ने दीपू की कनपटी पर तमंचा लगा दिया। दूसरे ने दरवाजा खोलकर ढाई किलो चांदी व 600 ग्राम सोने के जेवर और एक लाख ७६ हजार नगद से भरा बैग मान सिंह से छीनकर फरार हो गये। चारों के हाथ में पिस्टल तमंचे आदि थे।  भागते समय बदमाश दीपू व उनके पिता से मोबाइल व कार की चाभी भी अपने साथ ले गये। बाद में राहगीरों को रोक कर पिता-पुत्र ने आप बीती सुनाई व फोन कर पुलिस को सूचना दी।

घटना के दो दिन बाद भी अभी तक पुलिस के हाथ न तो कोई मुल्जिम च़ढ़ा है व न ही कोई सुराग पुलिस के पास है। पीड़ित दीपू वर्मा का परिवार बुरी तरह दहशत में है। भय के मारे पीड़ित आज तक दुकान नहीं खोल पा रहे है। दीपू के फूफा ने बताया कि वह मानवाधिकार कार्यकर्ता है। वह इस संबंध में उच्चाधिकारियों को पुलिस की कार्याप्रणाली के विषय में शिकायत देंगे। उन्होंने कहा कि पुलिस ने भयभीत दीपू से अपनी मर्जी के अनुसार तहरीर दर्ज कराली, व उसके आधार पर लूट के स्थान पर छिनौती की एफआईआर दर्ज कर मामले को रफा दफा करने का प्रयास किया जा रहा हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि अभियुक्त एक स्थानीय दबंग नेता के गुर्गे हैं, इस लिये पुलिस जान बूझ कर ढिलाई से काम कर रहा है।