फर्रुखाबाद: प्रदेश के सभी सरकारी अस्पतालों में अब सभी मरीजों को मुफ्त पौष्टिक भोजन दिया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग द्वारा तैयार इस योजना में अभी सिर्फ जनरल वार्ड के मरीजों को शामिल किया गया है। प्राइवेट वार्ड के मरीजों को अस्पताल में खाना कुछ खर्च करने के बाद ही मिलेगा। पहली बार मरीजों के लिए बीमारी और कैलोरी के हिसाब से डाइट दी जाएगी।
स्वास्थ्य महानिदेशक की ओर से पिछले 14 सितंबर को इसका आदेश सभी अस्पतालों को भेज दिया गया है। यह आदेश सभी मंडलीय अपर निदेशकों, सभी मुख्य चिकित्सा अधीक्षकों और अधीक्षकों को भेजा गया है। अभी तक केवल गरीबी रेखा से नीचे वाले मरीजों को ही अस्पताल में मुफ्त भोजन मिल पाता था। इसमें भी पौष्टिक आहार देने की नीति तय नहीं की गई थी। अब मरीजों के अनुसार भोजन की खुराक, बीमारी के अनुसार कितनी कैलोरी दी जाएगी, यह भी तय कर दिया गया है। इस योजना के तहत मरीजों को नियमित एक से डेढ़ लीटर दूध देने के अलावा कुछ अन्य पौष्टिक आहार शामिल किया गया है। किस मरीज को कौन सी बीमारी पर कितनी कैलोरी दी जाएगी, इसे भी तय कर दिया गया है। इसके लिए अस्पताल में डायटीशियन की मदद भी ली जाएगी। अगर कोई मरीज चिकित्सक की सलाह पर खुराक बढ़ाना चाहता है तो उसे भी शामिल किया जाएगा।
1986 के बाद मेन्यू में भी कोई बदलाव नहीं किया गया था। चिकित्सक अगर किसी को केवल दूध पर रखते हैं तो उसे डेढ़ लीटर दूध दिया जाएगा। हाफ मिल्क डाइट और फुल डाइट का भी प्रावधान है। इसकी पूरी सूची अस्पतालों को भेज दी गई है। इसकी नियमित जांच अस्पताल के अधीक्षक और मुख्य चिकित्सा अधीक्षक करेंगे। यह व्यवस्था सभी प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों तक लागू होगी।