जोधपुर: भंवरी देवी मामले में यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को तलब किया है। सूत्रों के मुताबिक सोनिया प्रकरण से काफी नाराज हैं और राज्स सरकार से इस पर सफाई चाहती हैं।
मालूम हो कि सीडी प्रकरण को लेकर चर्चा में आई बोरुंदा की एएनएम भंवरी देवी का पुलिस 17 दिन बाद भी सुराग नहीं लगा सकी है। भंवरी देवी के अपहरण का आरोपी पीएचईडी ठेकेदार सोहनलाल तथा अपहरण करने वाली यूपी की गैंग का सदस्य अशोक माली पुलिस की गिरफ्त में है।
दोनों ही भंवरी के अपहरण का मकसद और उसकी हत्या की आशंका जता चुके हैं, इस सबके बावजूद पुलिस की चुप्पी से लोगों को जांच पर संदेह होने लगा और वे कैबिनेट मंत्री के खिलाफ आंदोलन पर उतर आए हैं।
शनिवार को बोरुंदा के बाजार बंद रहे। सीबीआई जांच के निर्देश होने के बाद पुलिस साजिश में शामिल लोगों पर हाथ डालने और अपहरण कांड का खुलासा करने से कतरा रही है। माना जा रहा है कि एक कैबिनेट मंत्री पर आरोप लगने के कारण राजनीतिक दबाव में पुलिस अफसर चुप हैं। इस मामले का मुख्य सूत्रधार शहाबुद्दीन भी 7 दिन तक आबूरोड में छुपा रहने के बाद फरार हो गया था।
बोरुंदा बंद :
सरकार ने भले ही सीबीआई जांच के निर्देश दे दिए हैं, मगर लोग पहले मंत्री महिपाल मदेरणा का इस्तीफा मांग रहे हैं। शनिवार को बोरुंदा बंद रहा।
लोगों ने जोधपुर-मेड़ता मार्ग जाम कर अपहृत भंवरी का पता लगाने और साजिश में शामिल सभी आरोपियों को शीघ्र गिरफ्तार करने की मांग की। भाजपा के पूर्व सांसद, पूर्व विधायक, मौजूदा विधायक और देहात के पदाधिकारियों ने कलेक्ट्रेट पर धरना दिया। जयपुर में भी प्रदर्शन किया गया। ब्यावर में मंत्री का विरोध किया।
राजनीतिक दबाव में पुलिस
पुलिस जानती थी कि भंवरी का अपहरण हाई प्रोफाइल मामला है। इसलिए एसपी (ग्रामीण) नवज्योति गोगोई बिलाड़ा थाने में रातें बिता रहे हैं। खुद रेंज आईजी उमेश मिश्रा आरोपियों से पूछताछ कर रहे हैं। रिमांड पर चल रहे सोहनलाल से अपहरण की कहानी और मुख्य सूत्रधार शहाबुद्दीन के राजनीतिक ताल्लुकात पता चल चुके हैं, मगर पुलिस ने किसी भी राजनेता से पूछताछ नहीं की है।
थानाधिकारी से एसपी तक को मीडिया से दूरी रखने की हिदायत दी गई है। आईजी भी जयपुर के डायरेक्शन पर स्टेटमेंट दे रहे हैं। आईजी का कहना है कि पुलिस को सब पता है, मगर पुख्ता सबूत हाथ में नहीं हैं।