केंद्र में प्रवेश पर पुलिस और संवासिनियों के बीच हुआ विवाद

Uncategorized

फर्रुखाबाद: बुधवार को सिटी मजिस्ट्रेट की अनुमति से सिकत्तरबाग आध्यात्मिक ईश्वरीय विश्वविद्यालय पहुंची मिर्जापुर पुलिस एवं संवासिनियों के बीच जमकर विवाद हुआ। दबाव बनाने पर पुलिस आश्रम में लापता सहेलियों की तलाश में प्रवेश कर सकी।

जिला मिर्जापुर के थाना चील्ह के एसएसआई डॉ. अख्तर सईद जाफरी ४ अप्रैल से लापता ग्राम हरसिंहपुर की १५ वर्षीय वंदना १५ वर्षीय सरोज एवं उसकी १४ वर्षीय सहेली पिंकी उर्फ कंचन यादव की तलाश में तीन दिन से डेरा डाले थे। मिर्जापुर पुलिस सुबह फिर शहर कोतवाली पहुंची।

प्रभारी निरीक्षक कालूराम दोहरे, पल्ला चौकी प्रभारी श्रीकृष्ण गुप्त व अन्य फोर्स के साथ आश्रम पहुंचे। प्रभारी निरीक्षक के कहने पर गेट खोलने पर संवासिनियों ने सर्च वॉरंट दिखाने के लिए कहा। पुलिस व संवासिनियों के बीच जमकर विवाद हुआ लेकिन पुलिस ने दबाव बनाकर अंदर घुस गयी। बरामदे में मौजूद संवासिनियों ने भी पुलिस के प्रवेश करने पर कड़ा विरोध किया।

केंद्र में मौजूद संवासिनियों ने कहा कि आश्रम में मौजूद बच्चों की सूची प्रशासन को दे दी है। इसके बावजूद दूर से लोग बच्चे की तलाश में आ रहे हैं। संवासिनियों के कड़े विरोध से दारोगा श्रीकृष्ण चुपचाप नजारा देखते रहे। काफी मशक्कत के बाद संवासिनियों ने 5 पुलिसकर्मियों को अंदर जाने की अनुमति दी।

दिल्ली से गायब मिनी व हमीरपुर से गायब साजिद की तलाश में सिकत्तर बाग़ पहुंचे परिजनों को पुलिस ने टरकाया-

फर्रुखाबाद: राजस्थान के गंगा रविदास नगर निवासी राजकुमार ने बताया कि कानपुर आते समय १७ जून २००७ को बच्ची मिनी ट्रेन से गायब हो गयी थी| जिसकी सूचना दिल्ली थाने के क्राईम ब्रांच को दी गयी थी| मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार हम सिकत्तर बाग़ आश्रम में अपनी बच्ची मिनी की तलाश में आये हैं लेकिन पुलिस ने राजस्थान पुलिस से क्राईम ब्रांच की पुलिस को लाने की बात कहकर टरका दिया|

वहीं जमील अहमद का ८ वर्षीय पुत्र साजिद जोकि १० अक्टूवर २०१० को घर से बाहर खेलत समय गायब हो गया था| मीडिया से मिली जानकारी के मुताबिक हम लोग फर्रुखाबाद कोतवाली पहुंचे| पुलिस ने सर्च बरनत के बगैर आश्रम में जांच-पड़ताल करने से मन कर दिया|