आश्रम निवासी अनुयायिओं ने बाबा वीरेंद्र के विरोध में बयान नहीं दिया

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फर्रुखाबाद: बाबा वीरेंद्र देव दीक्षित के अध्यात्मिक ईश्वरीय विश्विद्यालय के खिलाफ चल रही मजिस्ट्रेटी जाँच में आज आश्रम में रह कर दीक्षा प्राप्त कर रही लगभग 70 से ज्यादा महिलाओं, बच्चो और पुरुषों ने नगर मजिस्ट्रेट के समक्ष अपने बयान दर्ज कराये| आश्रम की ओर से गुलाबी गैंग, पुलिस और मीडिया के खिलाफ आरोप दर्ज कराये गए वहीँ बाबा और आश्रम व्यवस्था के खिलाफ कोई बात नहीं आई| वहीँ आश्रम के विरोध में आज भी कई लोगो ने अलग अलग लिखित ज्ञापन/बयान नगर मजिस्ट्रेट को सौपे|

पिछले 15 दिन से जिले में सुर्ख़ियों में बना बाबा वीरेंद्र देव दीक्षित के फर्रुखाबाद के आश्रम पर उठे विवाद के बाद मजिस्ट्रेट जाँच में अब जिले के विभिन्न संगठनो ने आश्रम में रहने वालो के शोषण होने के आरोप लगाकर बयान दर्ज कराये| अब तक गुलाबी गैंग, जन क्रन्ति पार्टी महिला मोर्चा, मिसाइल फ़ोर्स की महिलाएं, रेड आर्मी की महिलाएं सहित कई अन्य संगठन कई दर्जन आरोप जड़ चुके हैं| आज भी कश्यप समाज की जिलाध्यक्ष सरला कश्यप अपने साथ सुभद्रा कश्यप, कमला कश्यप, धन देवी कश्यप ने कश्यप समाज की ओर से बयान/ज्ञापन दिया जिसमे उन्होंने आश्रम में बच्चो और महिलाओं के साथ हो रहे अन्याय से मुक्ति दिलाने की बात कही| कश्यप ने पुलिस पर बाबा को संरक्षण देने का भी आरोप लगाया|

युवा शक्ति के नौजवान मोहित गुप्ता, अंकित मिश्र, राजू कुमार सहित कई लडको ने भोलेपुर में बाबा का पुतला फूका| युवा शक्ति ने लिखित बयान जारी कर आश्रम पर लड़कियों को अगवा करने का आरोप लगाया|

गुलाबी गैंग की जिला कमांडर अंजली यादव अपने बचाव में जनपद के सभी संगठनो को एकत्र करने में जुट गयी है| देर शाम अंजली यादव की मौजूदगी में काली ब्रिगेड की लगभग एक दर्जन महिलाओं ने फतेहगढ़ में हनुमान मंदिर से गुरुद्वारा तक कैंडिल मार्च निकाल दिया| मार्च के दौरान बाबा वीरेंद्र देव मुर्दाबाद के नारे लगवाकर बाबा के खिलाफ माहौल खड़ा करने का प्रयास किया| मार्च में रमला राठोर, कमला देवी, मुन्नी, पिंकी, शारदा बिताना चौहान, मीना सिंह, निशा राठोर, सुमन राठोर आदि मौजूद रही|

वहीँ आश्रम ने रह रही महिलाओं, लड़कियों, बच्चियों व् पुरुषों ने भी अपने बयान नगर मजिस्ट्रेट को दर्ज कराये| जिन लोगो के शोषण होने की बात कह पूरा बबाल मचा हुआ है उनमे से एक भी ने आश्रम और बाबा के विरुद्ध बयान नहीं दिया| उलटे आश्रम निवासिओं ने आश्रम में गड़बड़ी फैलाने, अध्यात्मिक ध्यान योग में व्यवधान डालने व् तोड़ फोड़ करने का आरोप मीडिया, पुलिस और गुलाबी गैंग के सदस्यों पर लगाया| आश्रम की महिलाओं ने बाबा को देवता बताया व् तपस्वी बताया|

कुल मिलकर स्थिति अब तक ये है कि जिले के विभिन्न अखबारी छपास रोग से ग्रस्त संगठन चिल्ला रहे कि आश्रम में रहने वालों का शोषण हो रहा है और आश्रम में रहने वाले कह रहे हमारे साथ कुछ भी गलत नहीं हुआ| बाकी निष्कर्ष तो मजिस्ट्रेट की जाँच रिपोर्ट के बाद ही तय होगा| कुल मिलकर भविष्य में होने वाले मुकदमो के भय से विभिन्न संगठन अधिक से अधिक संख्या में अपने बयान दर्ज कराने की होड़ में है| खास बात ये है कि इनमे से अधिकतर आश्रम का पूरा नाम और पता तक ठीक से नहीं जानते हैं|