बरामद किशोरी का महिला अस्पताल में मेडिकल परीक्षण

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फर्रुखाबाद: बांदा कोतवाली के दरोगा डीके सैनी ने यहां आकर किशोरी का देर शाम लोहिया अस्पताल में मेडिकल परीक्षण कराया। डॉ. पूनम शर्मा ने बताया कि स्लाइड व एक्सरे रिपोर्ट आने पर ही वह कुछ बता सकेंगी।

ज्ञातव्य है कि सिकत्तरबाग स्थित आध्यात्मिक ईश्वरीय विश्वविद्यालय से बांदा की एक किशोरी बरामद होने के मामले में शहर कोतवाली पुलिस ने सोमवार को दूसरे दिन ही पल्ला झाड़ लिया। कोतवाली में दर्ज मुकदमा तफ्तीश के लिए बांदा स्थानांतरित किया जायेगा। विदित है कि आध्यात्मिक ईश्वरीय विश्वविद्यालय का प्रजापिता ईश्वरीय विश्वविद्यालय से कोई संबंध नहीं है।

मालूम हो कि बीते दिन बांदा कोतवाली के मोहल्ला अलीगंज निवासी राकेश कुमार सिंह ने शहर कोतवाली में सिकत्तरबाग स्थित आध्यात्मिक ईश्वरीय विश्वविद्यालय के संस्थापक वीरेन्द्र दीक्षित व उनके अन्य अज्ञात सहयोगियों के खिलाफ अपहरण की धारा 364, 342 आईपीसी का मुकदमा दर्ज कराया था। मुकदमे में राकेश कुमार सिंह ने अपनी पुत्री का अपहरण 23 अगस्त को बांदा से करने के बाद यहां आश्रम में रखने का आरोप लगाया था। बांदा कोतवाली में तैनात कांस्टेबिल रवीन्द्र कुमार कटियार भी किशोरी के पिता के साथ था। उसी के बाद पुलिस ने आश्रम में छापा मारकर अपहृत किशोरी को बरामद कर लिया।

बांदा कोतवाली के दरोगा डीके सैनी के आने पर उन्होंने बताया कि उनके यहां आध्यात्मिक केंद्र की बांदा शाखा के अज्ञात कर्मचारियों के खिलाफ धारा 363, 364 आईपीसी का मुकदमा दर्ज है। पुलिस किशोरी को मेडिकल परीक्षण के लिए लोहिया अस्पताल ले गयी। देर शाम उसका मेडिकल हो सका। डॉ. पूनम शर्मा ने बताया कि स्लाइड व एक्सरे रिपोर्ट आने पर ही वह कुछ बता सकेंगी। उधर कोतवाली पुलिस ने नामजद आश्रम संस्थापक व उनके अज्ञात सहयोगियों की गिरफ्तारी का प्रयास करने से पल्ला झाड़ लिया।

प्रभारी निरीक्षक कालूराम दोहरे ने बताया कि घटनास्थल बांदा कोतवाली का है। वह अपहरण का मुकदमा विवेचना के लिए बांदा स्थानांतरित कर रहे हैं। तफ्तीश बांदा पुलिस ही करेगी। बांदा पुलिस रात में यहीं रुकेगी| महिला थानाध्यक्ष सुभद्रा वर्मा ने बताया कि किशोरी के माता-पिता ने कक्षा तीन की एक टीसी पेश की है, उसमें किशोरी का जन्म 1994 का लिखा है।