बसपा सरकार में अटेंशन खड़े रहते थे अधिकारी: नसीमुद्दीन

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FARRUKHABAD : बहुजन समाज पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव व पूर्व लोकनिर्माण मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने सपा सरकार की ध्वस्त कानून व्यवस्था पर वही पुराना राग अलापा। उन्होंने कहा कि इस समय सपा के ही लोगों को छोडि़ये, खुद मुख्यमंत्री की बात अधिकारी नहीं सुन रहे हैं। बसपा सरकार में अधिकारी अटेंशन की मुद्रा में रहते थे। नसीमुद्दीन सिद्दीकी यहां एक पार्टी की बैठक में हिस्सा लेने आये थे।

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naseemuddeen siddiqueबैठक में पहुंचने के बाद राष्ट्रीय महासचिव ने बसपा कार्यकर्ताओं की जमकर ओवरहालिंग की। बूथ, बार्ड व मण्डल स्तर के कार्यकर्ताओं की कार्यप्रणाली को बारीकी से परखा तो वहीं वरिष्ठ बसपा नेताओं के विषय में भी गहनता से पूछताछ की। अपने वक्तव्य के दौरान श्री सिद्दीकी ने कार्यकर्ताओं से कहा कि वर्तमान में समीकरण बसपा के पक्ष में हैं। विरोधी पार्टियां कोई किसी को मेढक कहता है तो किसी को काकरोच। उन्होंने कहा कि काकरोच, मेढक की इस लड़ाई में हाथी आगे निकल जायेगा।

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समाजवादी पार्टी पर पूर्व की भांति हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि वर्तमान में कानून व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है। कहीं डीआईजी की पत्नी का पर्स चोरी होता है तो कहीं विधायक और सीओ मार दिये जाते हैं। 6 साल के मासूमों के साथ बलात्कार जैसी घटनायें घट रहीं हैं। उन्होंने कहा कि सपा में ही पदाधिकारी तो छोडि़ये स्वयं मुख्यमंत्री की अधिकारी नहीं सुनते। जबकि बसपा शासन में भी यही अधिकारी थे, जो मायावती के एक इशारे पर अटेंशन मुद्रा में खड़े रहते थे।

इस दौरान पूर्व विधायक व अंटू मिश्रा, ठाकुर जयवीर सिंह, डा0 भीमराव अम्बेडकर, महेन्द्र कटियार, उमर खां, बसपा जिलाध्यक्ष अजय भारती आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम स्थल में मीडिया का प्रवेश वर्जित कर दिया गया था। सिर्फ छायाकारों को ही अंदर जाने की अनुमति दी गयी।