फर्रुखाबाद: रविवार को जिला जेल के विचाराधीन बंदी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई| मृत अवस्था में लाये गये कैदी के परिजनों ने लाहिया अस्पताल पहुंच कर हंगामा काटा व जेल अधिकारियों पर कैदी की हत्या का आरोप लगाया।
थाना जहानगंज के ग्राम सरवर आलमपुर निवासी ६५ वर्षीय विचाराधीन बंदी गंगा प्रसाद ३०७ के केस में एक साल से जिला कारागार फतेहगढ़ में सजा काट रहा था| जेल प्रशासन ने बताया कि उसे काफी समय से मिर्गी के दौरे पड़ते थे जिसका इलाज जेल के चिकित्सकों द्वारा कराया जा रहा था|
जेल प्रशासन के मुताबिक़ आज दोपहर लगभग ढाई तीन बजे गंगा प्रसाद गीता का पाठ कर रहा था तभी उसे मिर्गी का दौरा पडा| उसे उपचार के लिए तुरंत ही लोहिया अस्पताल ले जाया गया| जहां शाम करीब ५ बजे डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया| सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार जेल में बंदी गंबा प्रसाद का कुछ बंदियों से किसी बात पर विवाद हो गया। विवाद मे मारपीट के दौरान गंगा प्रसाद को दौरा पड़ गया व उसकी मृत्यु हो गयी। आनन फानन में बंदी को लोहिया अस्पताल भेजा गया। यहा उसे मृत घोषित कर दिया गया। लोहिया अस्पताल में उपलब्ध रिकार्ड के अनुसार जेल के चिकित्सक के अवकाश पर होने के कारण बंदी को जेल में प्राथमिक उपचार नहीं दिया जा सका। उसे सायं काल 3 बजका 50 मिनट पर लोहिया लाये जाने पर मृत लाया गया घोषित कर दिया गया। जबकि परिजनों का कहना है कि उनको चार बजे फोन से गंगा प्रसाद के लोहिया अस्पतला में भर्ती होने की सूचना दी यगी।
लोहिया अस्पताल में मृतक गंगा प्रसाद के भाई राकेश कुमार ने बताया की उनके भाई एकदम हष्ट पुष्ट थे उन्हें कोई मिर्गी के दौरे नहीं पड़ते फर्रुखाबाद में मंदिर के पुजारी थे किसी लड़के से कहा-सुनी पर उन्होंने उसे चाकू मार दिया था। जेल प्रशासन पर हत्या का आरोप लगाते हुये परिजनों ने हंगामा कर दिया।