प्रधानमंत्री जनलोकपाल पर बहस को तैयार, खत्‍म हो सकता है अन्‍ना का अनशन

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दिल्‍ली। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह हर दिन अपने बयान बदते नजर आ रहे हैं। अन्‍ना हजारे के अनशन का ही दबाव है कि वे जनलोकपाल बिल पर संसद में बहस करने को राजी हो गए हैं। इतना ही नहीं कभी अन्‍ना हजारे को गिरफ्तार करने का दम भरने वाले प्रधानमंत्री ने अन्‍ना हजारे के जज्‍बे को सलाम किया है। संसद में अपने भाषण के दौरान प्रधानमंत्री ने अन्‍ना हजारे को अनशन को तोड़ने की अपील की है।

अन्‍ना हजारे के अनशन को आज दसवां दिन है। अन्‍ना के अनशन के आठवें दिन प्रधानमंत्री ने अन्‍ना हजारे को चिट्ठी लिखकर यह पेशकश की थी कि उनका लोकपाल बिल स्‍टेंडिंग कमेटी को भेजा जाएगा। इसके बाद भी अन्‍ना हजारे ने अपना अनशन नहीं तोड़ा। इसके बाद सरकार ने अपनी प्रक्रिया तेज करते हुए 9वें दिन सिविल सोसाइटी के साथ कई बैठकें की।

इसके बाद सरकार ने सर्वदलीय बैठक भी बुलाई थी। इस बैठक से भी जब कोई नतीजा नहीं निकला तो प्रधानमंत्री ने सीधे-सीधे अन्‍ना हजारे के अनशन पर संसद में बहस की पेशकश कर दी। अन्‍ना हजारे के अनशन के बाद यह सरकार की तरफ से सिविल सोसाइटी को दी गई सबसे बड़ी पेशकश है। अब अगर सिविल सोसाइटी प्रधानमंत्री की इस पेशकश पर विचार नहीं करती है तो इस मामले में किसी तरह के नतीजा निकलने की उम्‍मीद कम है।