अन्ना हजारे के अनशन का आज आठवां दिन है। 74 साल के अन्ना की सेहत पर अब खतरा मंडराने लगा है। उनका वजन 600 ग्राम और घट गया है। उनकी आंखों में पानी में आ रहा है और कमजोरी भी महसूस हो रही है। उन्हें धूप से बचने की और कम बोलने की सलाह दी गई है। डॉक्टरों के अनुसार स्वस्थ बने रहने के लिए उन्हें हर हाल में अगले 48 घंटे में अनशन तोड़ना होगा। ऐसा नहीं करने की स्थिति में उनकी हालत बेहद नाजुक हो जाएगी।
हालांकि इससे पहले वह 12 दिन तक भी अनशन कर चुके हैं। लेकिन तब और अब में अन्ना की उम्र में पांच साल का फर्क आ चुका है। अब सरकार पसोपेश में है कि क्या कदम उठाया जाए। या तो सरकार को अन्ना की मांगों पर झुकते हुए उन्हें मनाना पड़ेगा, या फिर जबरन उनका अनशन तुड़वाना होगा। दोनों ही हालत में इस मसले पर सरकार की किरकिरी होनी तय है।
अन्ना की बिगड़ती सेहत को देखते हुए टीम अन्ना ने भी अपने तेवर थोड़े ढीले कर दिए हैं। आज सुबह अरविंद केजरीवाल ने कहा कि वह प्रधानमंत्री या राहुल गांधी ही नहीं सरकार के किसी भी नुमाइंदे से बात करने को तैयार हैं। लेकिन आधिकारिक तौर पर सरकार का कोई नुमाइंदा अभी सामने नहीं आया है। उन्होंने कहा कि सरकार को इस समस्या का राजनीतिक समाधान खोजना होगा। टीम अन्ना के ही सदस्य मनीष सिसोदिया ने आज सुबह कहा कि डॉक्टरों ने अन्ना को धूप से बचने की सलाह दी है।
इस बीच सरकार की तरफ से सुलह की कोशिशें तेज कर दी गई हैं। मनीष सिसोदिया ने बताया है कि आध्यात्मिक गुरु भय्यू जी महाराज के अनुयायी रात में प्रस्ताव का खत लेकर अन्ना के पास आए थे। लेकिन अन्ना के सो जाने के चलते वह उनसे मिल नहीं पाए। लिहाजा वह खत लेकर वापस चले गए। उम्मीद जताई जा रही है कि आज सरकार इस पूरे मसले पर कुछ ठोस पहल कर सकती है।