नई दिल्ली। अहिंसा के पूजारी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के प्रपौत्र तुषार गांधी ने कहा कि अन्ना के अनशन और बापू के अनशन में जमीन आसमान का अंतर है। बापू का अनशन दुश्मन को दोस्त बनाने के लिए होता था जबकि अन्ना का अनशन को दुश्मन के खिलाफ है। हां एक बात दोनों में जरूर सामान है और वो ये कि दोनों ही अंहिसा के पूजारी है।
तुषार गांधी ने ये विचार अन्ना को दूसरा गांधी कहे जाने पर कही। उनसे पूछा गया कि क्या बापू आज होते तो क्या वो अन्ना का साथ देते। तब तुषार गांधी ने कहा कि महात्मा गांधी यहां तक स्थिति को पहुंचने ही नहीं देते ।क्योंकि वो बीमारी को जड़ पकड़ने से पहले ही खत्म कर देते थे। वो होते तो हालात इतने नहीं खराब होते जैसे कि आज हो गये हैं।
गौरतलब है कि देश में लोगों के द्वारा दूसरा गांधी कहे जाने वाले समाजसेवी अन्ना हजारे के अनशन को 15 दिन की इजाजत मिल गयी है। अन्ना आज दोपहर तीन बजे रामलीला मैदान जायेगें। अन्ना की टीम कल आधी रात पुलिस कमिश्नकर से मिली थी। जिसके बाद पुलिस ने ये फैसला सुनाया।
किरण बेदी के मुताबिक दिल्ली पुलिस ने रामलीला मैदान में 15 दिन के अनशन की पेशकश की। कमिश्नर से मुलाकात के बाद टीम अन्ना ने तिहाड़ जेल में अन्ना को इस मीटिंग के बारे में बताया और अन्ना 2 हफ्ते के अनशन पर राजी हो गए। यानी कि अन्ना अब 2 सिंतबर तक अनशन करेगें। इसके अलावा पुलिस ने अन्ना की सारी शर्तों को मान लिया है।