फर्रुखाबाद: विद्युत अव्यवस्था से भिन्नाये किसानो ने मंगलवार को कमालगंज विद्युत उपकेंद्र का घेराव कर अवर अभियंता को जमकर लथेड़ा। खींच तान के दौरान पुलिस ने जैसे तैसे बचाय तो वह भाग कर एक कमरे में बंद हो गये। बाद में पुलिस सुरक्षा का आश्वासन देकर बाहर लाई तो किसानों ने पंचायत के बीच बैठा कर जमकर जलील किया। वक्ताओं ने अपरोक्ष रूप से भिखारी व कुत्ता तक कह डाला। किसानों ने बताया कि कमालगंज के ग्राम मंझगंवा में विगत तीस वर्षों से और रजीपुर की दलित बस्ती में विगत २२ वर्षों से बिजली नहीं आर रही है।
भारतीय किसान यूनियन के मिन्नी दुबे के नेतृत्व में आये किसान आज बिजली विभाग के अधिकारियों से ही हिसाब बराबर करने के मूड से आये लगते थे। पहले उन्होंने ब्लाक पर पहुंच कर इंदिरा आवासों में गड़बड़ी के विरोध में बीडीओ को ज्ञापन सौंपा। यहां से सीधे किसान ट्रैक्टरों पर भर कर विद्युत उपकेंद्र पर पहुंचे। यहां पर उन्होंने पहले जेई को ढूंडा। उनके न मिलने पर किसानों ने नारेबाजी शुरू कर दी। बाद में जेई बेदराम शाक्य आये। इस दौरान किसान अपकेंद्र पर ही पंचायत पर बैठ गये। पंचायत के दौरान सर्वाधिक आक्रामक नेता देवेंद्र लोधी ने पुलिस व बिजली विभाग के लोगों को कुत्ता व भिखारी तक कह दिया। ज्ञापन देने के लिये किसानों ने जेई को धरना स्थल पर बुलाये जाने की जिद शुरू कर दी। जेई के इनकार किये जाने किसान पर उन पर टूट पड़े व उनको बुरी तरह लथेड़ दिया। सीओ अभय कुमार गुप्ता की मौजूदगी में पुलिस ने किसी तरह जेई को बचाया तो वह भाग कर उपकेंद्र के अंदर बंद हो गये। किसानों की जिद के आगे झुकी पुलिस ने किसी प्रकार जेई वेदराम शाक्य को बाहर निकाला, व अपनी सुरक्षा में किसानों के बीच ले गये। किसानों ने कहा कि ग्राम मझगंवा में बीस वर्षों से बिजली नहीं आ रही है। ट्रांसफारमर है नहीं। रजीपुर में खंबे तो खड़े है पर २२ वर्षों से दलित बस्ती में बिजली नहीं आ रही है। कुंवरपुरा में तीन माह से ट्रांसफर फुंका पड़ा है जिसे आज तक बदला नहीं गया है। प्रदर्शन में रामजीत विश्राम सिंह उमेश चंद्र रमेश चंद्र देवेंद्र शर्मा, अमित कुमार आदि मौजूद रहे।
कायगमंज के जौरा गॉव की 20 दिन से बिजली गुल
कायमगंज क्षेत्र के गॉव जोरा में 20 दिन से विद्युत आपूर्ति ठप्प पड़ी है। ट्रासफार्मर निकले तारों में फाल्ट होने से पूरे गॉव की बिजली गुल हो गयी है। लोगो ने बताया कि कई वार बिजली कर्मचारियो को इस सम्बन्ध में अवगत कराया पर किसी ने गॉव में आकर तारों को ठीक नही किया, जिससे ग्रामीणो में रोष व्याप्त है।