हड़ताल: नेशनल बैंकों में काम-काज ठप

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फर्रुखाबाद: आज अगर आपका बैंक में कोई जरूरी काम है तो बैंक जाने से पहले फोन करके पता करलें कि बैंक खुला है या बंद है। अगर खुला है तो उसमें लेन-देन का काम चल रहा है या नहीं। जी हां बैंक कर्मचारी और अधिकारी अपनी मांगों को लेकर आज दिन भर हड़ताल पर रहेंगे। वे अपने वेतन में बढ़ोत्‍तीर को लेकर हड़ताल कर रहे हैं। इस हड़ताल में ज्‍यादातर नेशनल बैंकों में काम-काज ठप रहेगा।

संसद में चल रहे मानसून सत्र में अपना मुद्दा उठाने के लिए ही बैंक यूनियनों ने यह समय चुना है। वेतन में बढोत्‍तरी के अलावा बैंक के कर्मचारी व अधिकारी बैंकों का निजीकरण रोने,निजी बैंकों में सरकारी इक्विटी घटाने और बैंकिंग में सीधे पूंजी निवेश पर रोक लगाए जाने की भी मांग कर रहे हैं। इन मांगों को लेकर 1 अगस्‍त को मीटिंग भी हुई थी जिसका कोई नतीजा नहीं निकला था।

अगर आपका एकाउंट प्राइवेट बैंक में है तो यह आपके लिए राहत की बात हो सकती है क्‍योंकि आज होने वाली हड़ताल में कोई भी प्राइवेट बैंक शामिल नहीं होगा। न ही इन बैंकों में कोई यूनियन है।

आर्यावर्त ग्रामीण बैंक इम्पलाईज एसोशिएशन के सदस्य भी एकत्र होकर अपने क्षेत्रीय कार्यालय पर प्रदर्शन किया| कर्मचारियों ने अपनी मांगों का ज्ञापन बैंक के माध्यम से भारत सरकार वित्त मंत्रालय को भेजा| कर्मचारियों ने मांग की कि गृह निर्माण, वाहन, त्यौहार ऋण , चिकित्सा सुविधा कामर्सियल बैंक के साथ ग्रामीण बैंक में भी लागू की जाए|

आर्यावर्त ग्रामीण बैंक इम्पलाईज एसोशिएशन के महामंत्री अवधेश सक्सेना ने कहा कि ग्रामीण बैंको में कामर्सियल बैंको के सामान रूप से पेंशन सुबिधा जो कि सरकार के पास विचाराधीन है तुरंत लागू की जाए|

इस राष्ट्रव्यापी हड़ताल में प्रमुख रूप से सुरेश सिंह राठौर, वीरभान सिंह यादव, एस एस बाजपेयी, केके दीक्षित, सुरेश पाल, सुधीर सक्सेना, राजेश सोम्बंशी, एके वर्मा आदि बैंक कर्मचारी मौजूद रहे|