ग़मगीन हुआ शब-ए-बरआत: चिराग ने ले ली महिला की जान

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फर्रुखाबाद: महनिगार बेगम गुनाहों से तौबा करने और दुआ-ए- मगफिरत कर निजात पाने की रात, शब -ए-बरआत अल्लाह तआला की इबादत नहीं कर सकीं बल्कि बच्चों को खुश करने के प्रयास के दौरान आग से झुलस कर मर गईं|

कोतवाली कायमगंज के मोहल्ला चिलौली पठान निवासी नजमुद्दीन की ३५ वर्षीय पत्नी महनिगार की आज सुबह उपचार के दौरान लोहिया अस्पताल में मौत हो गई| शब -ए-बरआत के त्यौहार पर रात ८ बजे महनिगार ने ऊपर रखे चिराग से फुलझड़ी में आग लगा रही थी| जलता चिराग ऊपर गिर जाने से वह गंभीर रूप से घायल हो गई थीं|

एटा थाना नया गाँव के ग्राम अलीपुर निवासी सफीक हुसैन की पुत्री महनिगार का १३ वर्ष पूर्व नजमुद्दीन से निकाह हुआ था| उसके ५ बच्चे हैं| पुत्री के इंतकाल के शोक में उसकी माँ किश्वरी बेगम, भाई अतीक आदि परिजन ग़मगीन बैठे रहे| पुलिस ने पोस्टमार्टम कार्रवाई की|