फर्रुखाबाद: अखिल भारतीय अनुसूचित जाति एवं जनजाति कर्मचारी कल्याण संघ ने अनुसूचित जाति के शिक्षकों का प्रतिनिधित्व प्राथमिक विद्यालय के प्रधनाध्यापक, उच्च प्राथमिक विद्यालय के सहायक अध्यापक व प्रधनाध्यापक के पदों पर बैकलाग पूर्ण किये जाने तथा प्राथमिक सहायक अध्यापको की पदोन्नति, शिक्षण अनुभव कम होने पर शासन से अनुमति आने के पश्चात सामान्य शिक्षकों के एक साथ किये जाने की पहल की है|
संघ के प्रांतीय महामंत्री नानक चंद्र ने शिक्षक नेताओं के साथ कैम्प कार्यालय में जिलाधिकारी से भेंट की तथा उन्हें समस्याओं के संबंध में अलग-अलग दो मांग पत्र दिए|
जिलाधिकारी से अनुरोध किया गया कि बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा आगामी प्राथमिक स्तर पर शिक्षकों की पदोन्नति करने से पूर्व अनुसूचित जाति के शिक्षकों की संख्या पदोन्नति पदों पर सामान्य शिक्षकों की संख्या की तुलना के लिए शिक्षण अनुभव तीन वर्ष से कम पर किये जाने की अनुमति शिक्षा परिषद से ले ली जाए| ऐसा न होने पर आगामी बरीयता की सूची भी अनुसूचित वर्ग की विगत वर्ष की भांति होगी|
डीएम से सर्व शिक्षा अभियान में वर्ष २००१ से रिक्त चल रहे पांच पदों पर शीघ्र नियुक्ति किये जाने, कम्पूटर शिक्षण के लिए प्रशिक्षण की तैनाती करवाकर आधुनिक शिक्षा दिलाने तथा बलाक, जिलास्तर पर शिक्षकों, प्रधानाचार्यों के विद्यालय व उनके समस्याओं के समाधान हेतु समस्याओं को दर्ज करने के लिए रजिस्टर बनवाए जाने की मनाग की गई|