फर्रुखाबाद: मानवरहित रेलवे क्रांसिग पर देर रात फिर एक हादसा हुआ जब मथुरा छपरा एक्सपे्रस ने बारातियों से भरी बस को टक्कर मार दी। दरियावगंज रेलवे स्टेशन के निकट हुए इस दिल दहला देने वाले हादसे में 35 लोगों की मौत हुई जबकि 25 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।
राहत व बचाव कार्य तेजी से चल रहा है जबकि अभी भी कई शव छपरा एक्सप्रेस में ही फंसे हैं। घायलों को एटा के जिला चिकित्सालय भेज दिया गया है। प्रदेश सरकार ने मृतकों को 1-1 लाख रुपये मुआवजा देने का एलान कर दिया।
काशीराम नगर में देर रात करीब 1.30 बजे बारातियों को ले जा रही बस दरियावगंज रेलवे स्टेशन के निकट मानव रहित क्रांसिग पर फंस गयी। उसी वक्त तेजी से आ रही छपरा एक्सप्रेस ने बस को टक्कर मारी। बस में 120 बाराती मौजूद थे। ट्रेन की टक्कर लगने के बाद बस ट्रेन के साथ आधा किलोमीटर तक घिसटती चली गयी।
इस हादसे में 35 लोगों की मौके पर ही मौत हो गयी। मौके पर मची चीख पुकार सुनकर गांव के लोग बाहर आए और उन्होंने यह हादसा देखा तो वे मदद को आगे आए। लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी जिसके बाद पुलिस के आला अधिकारियों से लेकर जिलाधिकारी, डीआईजी व रेलवे के अधिकारी मौके पर पहुंचने लगे। कई लोगों की मौत ट्रेन से फंसे कर हुई तो कुछ ऐसे भी रहे जो झटके के कारण नीचे गिरे और ट्रेन से कट गए।
पुलिस अधिकारियों ने राहत कार्य शुरू करा दिया और घायलों को एटा के जिला चिकित्सालय भेज दिया गया। इधर लखनऊ से रेलवे के कई आला अधिकारियों चिकित्सकों के साथ घटना स्थल की ओर रवाना हो गऐ। घटना की जानकारी मिलते ही प्रदेश के मुख्य सचिव ने रेलवे चेयरमैन को पत्र लिखा जिसके बाद रेलवे ने एतियातन कई कदम उठाते हुए रेल मार्ग बंद कर दिया। खबर आयी कि रेलवे चेयरमैन व गोरखपुर के महाप्रबंधक घटना स्थल की ओर रवाना हो चुके हैं।
राज्य सरकार ने मृतकों के लिए एक-एक लाख का मुआवजा घोषित कर दिया। सरकार ने गंभीर रूप से घायलों को पचास हजार रुपये तथा सामान्य घायलों को 25 हजार रुपये देने का एलान कर दिया। अधिकारियों का कहना है कि बस का एक्सेल टूट जाने के कारण बस रेलवे लाइन पर फंस गयी थी जिस कारण यह हादसा हुआ। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि फिलहाल अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी लेकिन फिर भी यह कहा जा सकता है कि बस चालक की लाहरवाही की वजह से यह हादसा हुआ होगा।
नशेड़ी बस ड्राईवर ने छीनी बारातियों की जिन्दगी
प्राप्त जानकारी के मुताबिक़ इन सब मौतों का जिम्मेदार नशेड़ी बस का ड्राईवर बताया गया है| घायल बारातियों ने बताया कि ड्राईवर नशे में होने के कारण उसका बारातियों से झगड़ा हो जाने के कारण उसने बस को रेलवे ट्रेक पर खडा कर दिया और बस को आगे बढाने से मना कर दिया था|
लोगों की काफी मिन्नतों के बावजूद भी वह नहीं माना और बस छोड़कर उतरकर जाने लगा| तभी मौत बनकर आई छपरा एक्सप्रेस ट्रेन ने जिंदगियों को मौत के आगोश में सुला दिया| ड्राईवर का शव व उसके ज़िंदा होने का कोई सबूत न मिलने के कारण यह अनुमान लगाया जा रहा है कि ड्राईवर घटना स्थल से फरार हो चुका था|