मनपसंद स्कूल में तैनाती को बोली 40 हजार तक पहुंची

Uncategorized

देर रात तक होता रहा गुणा-भाग, नहीं बन सका प्रस्ताव:

फर्रुखबाद:  बेसिक शिक्षा विभाग में वार्षिक स्थानांतरण समायोजन की अंतिम तिथि 30 जून की देर रात्रि तक प्रस्ताव तैयार नहीं हो सका है। विभगाय सूत्रों की माने तो मनमाफिक स्कूल में तैनाती पाने के लिये बोली 40 हजार तक पहुंच गयी है। मजे की बात है कि यह स्थिति तब है जब बेसिक शिक्षा परिषद की ओर से समायोजन-स्थानांतरण के लिये बाकायदा एक रोस्टर निर्धारित है। अध्यापकों के अनाप-शनाप बढ़ चुके वेतन और शिक्षा का अधिकार लागू हो जाने के बाद विद्यालयों में शिक्षकों के पद बढ़ जाने के कारण मौजूदा शिक्षक नयी भ्र्ती से पूर्व ही मनमाफिक स्कूल में तैनाती पा लेना चाहते है, उधर बीएसए के पास भी विकल्प काफी उपलब्ध हैं।

जनपद के परिषदीय विद्यालयों में शिक्षकों के वार्षिक स्थानांतरण समायोजन के लिये शासन की ओर से 30 जून अंतिम तिथि निर्धारित की गयी थी। परंतु गुरुवार देर रात्रि तक सूची प्रकाशित नहीं हो सकी है। मनमाफिक स्कूल में तैनाती पाने के लिये शिक्षकों में होड़ लगी रही। तबादले के लिये दलाल दिन भर सक्रिय रहे। बेसिक शिक्षा अधिकारी के कुछ मुंह लगे अधिकारियों के फोन के माध्यम से दिन भर “डील” चलती रही। शमसाबाद के एक विद्यालय में तो तैनाती के लिये मामला नाक का बन जाने के कारण बोली 40 हजार तक जा पहुंची बतायी गयी है।

विदित है कि प्रदेश में शिक्षा का अधिकार अधिनियम लागू हो जाने के क्रम में बेसिका शिक्षा परिषद के द्वारा विद्यालय वार शिक्षकों का जो पद सृजन चार्ट भेजा गया है उसके अनुसार अध्यापकों व प्रधानाध्यापकों के आधे शिक्षक ही तैनात हैं। इससे पदो की उपलब्धता काफी बढ़ गयी है। उधर छटा वेतन आयोग लागू हो जाने के बाद से शिक्षकों के वेतन भी अनाप शनाप बढ़ गये है। औसत वेतन लगभग २० हजार हो जाने के कारण समायोजन के लिये बोली की धनराशि काफी ऊपर चली गयी है।

उल्लेखनीय है कि बेसिक शिक्षा परिषद की ओर से स्थानांतरण समयोजन के लिये बाकायदा एक वैज्ञानिक रोस्टर निर्धारित किया गया है। इसमें विद्यालयों के भरने की प्राथमिकतायें निर्धारित हैं। उसी की साथ अध्यापकों और विद्यालयों के नाम की वर्णमाला के आधार पर सूची बना कर विकल्प के आधार पर तैनाती किये जाने का प्राविधान है। ऐसा भी नहीं है कि यह फार्मूला लागू किये जाने योग्य नहीं है। कई जनपदों ने बाकायदा इस रोस्टर के आधार पर सूचियां प्रकाशित कर विकल्प मंगे व उनके आधार पर नियुक्तियां कर भी दी हैं।