इंटर रिजल्ट: बिक गए कई स्टेटिक मजिस्ट्रेट, नक़ल छाप बदनाम स्कूलों की मेरिट हाई

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Girl copying in UP Board Examination 2011. Photo JNIफर्रुखाबाद: उत्तर प्रदेश बोर्ड परीक्षा में फर्रुखाबाद जनपद में 9496 बच्चे पास हुए तो 3707 बच्चे फेल| कुल 524 बच्चे परीक्षा से गायब हो गए तो वहीँ 61 बच्चो का रिजल्ट विभिन्न कारणों से रोक दिया गया| देहात क्षेत्र की मेरिट हाई रही वहीँ नगर क्षेत्र का परिणाम आशानुकूल ही रहा| जिलाधिकारी द्वारा नक़ल रोकने के लिए चलाया गया स्टेटिक मजिस्ट्रेट तैनाती अभियान की हवा खुद सेक्टर मजिस्ट्रेट निकाल गए|

नक़ल के लिए बदनाम अधिकांश परीक्षा केंद्र के मालिक अधिकांश सेक्टर मजिस्ट्रेट को खरीदने में सफल रहे| बदनाम केन्द्रों और लडकियों के स्व्केंद्रो के बच्चो ने न केवल परीक्षा पास की बल्कि जिले के टॉप 50 की सूची में 40 स्थान पाने में कामयाब हो गए| अच्छी पढ़ाई के लिए विख्यात जीआईसी एम्आईसी क्रिश्चियन इंटर कॉलेज, रस्तोगी कॉलेज, एस वी रोजी और सी पी वी एन के बच्चे टॉप सूची में आने को तरस गए|
नक़ल के लिए बदनाम केन्द्रों पर जिलाधिकारी ने स्टेटिक मजिस्ट्रेट लगाये| मगर हमारे जेएनआई के सूत्रों और इकठ्ठे किये सबूत बताते हैं कि कई नहीं अधिकांश स्टेटिक मजिस्ट्रेट बहुत ही मामूली रकम में बिक गए| इतने बड़े काम के बदले कहीं कहीं तो ये रकम रिश्वत की बेहद शर्मनाक रकम 500 रुपये प्रतिदिन ही रही| शिक्षा विभाग का एक समन्वयक तो 200 रुपये तक वसूल लाया|

भ्रष्टाचार के इस युग में अब रिश्वत की भी कोई गरिमा नहीं रह गयी है| अधिकारिओ ने अपनी गरिमा तो गिराई ही, छोटी छोटी रिश्वत बड़े ओहदे के अधिकारिओ ने लेकर रिश्वत का भी स्तर गिरा दिया| जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय के एक बाबू के मुताबिक अधिकारी अब रिश्वत किसी माध्यम से लेने की बजाय सीधे लेकर रिश्वत के रेट बिगाड़ने में लगे हैं| जाहिर इस खेल में बाबुओ का नुकसान ज्यादा हो रहा है|