फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) बरसात में वैसे तो स्वच्छता के साथ अन्य सावधानी बरतनी जरूरी होती हैं। पर यह कम ही लोग जानते हैं कि चूहा और छछुंदर भी बड़ी बीमारी का कारण बन सकती हैं। बरसात होते ही यह बिलों से निकलकर सीधे घरों की ओर भागेंगे, ऐसे में जहां-जहां यह पहुंचेंगे वहां लेप्टोस्पारोसिस, स्क्रबटाइफस, बीमारी फैलाएंगे। यह बीमारी सामान्य बुखार से ज्यादा कष्टदायक होगी।
बरसात में वैसे तो स्वच्छता के साथ अन्य सावधानी बरतनी जरूरी होती हैं। पर यह कम ही लोग जानते हैं कि चूहा और छछुंदर भी बड़ी बीमारी का कारण बन सकती हैं। बरसात होते ही यह बिलों से निकलकर सीधे घरों की ओर भागेंगे, ऐसे में जहां-जहां यह पहुंचेंगे वहां लेप्टोस्पारोसिस, स्क्रबटाइफस, बीमारी फैलाएंगे। यह बीमारी सामान्य बुखार से ज्यादा कष्टदायक होगी।
जिला कृषि अधिकारी नें बताया कि छह दिवसीय अभियान चलाया जाएगा। पहले घरों व आसपास के खेतों में बिलों को चिन्हित कर उसे मिट्टी से ढंकना है। दूसरे दिन जो बिल खुले मिलेंगे उसमें विषरहित खाद्य पदार्थ डाला जाएगा। तीसरे दिन भी खुले बिलों में खाद्य पदार्थ डाला जाएगा। बिल खुला मिले तो चौथे दिन विषमिश्रित खाद्य पदार्थ जैसे एक भाग सरसों तेल सौ ग्राम लाई में जिंक फास्फाइड मिलाकर डाल दें। पांचवें दिन वहां मरे चूह मिलेंगे। उन्हें जमीन खोदकर दबा और बिलों को बंद कर दें। छठे दिन यदि फिर से बिल खुला मिलता है तो छह दिन की प्रक्रिया दोबारा करनी होगी। इस तरह का जागरूकता अभियान एक-एक गांव में चलेगा।