फर्रुखाबाद:(नगर संवाददाता)नर्सिंग कालेज में आयोजित कार्यक्रम में नर्सों का उत्साहवर्धन किया गया| जिसमे कहा गया कि नर्सिंग को एक उभरते हुए पेशे के रूप में जाना जाता है। नर्सिंग व्यक्ति और उनके परिवार की देखभाल पर फोकस करता है, जिससे उन्हें बीमारी से जल्द से जल्द उबरने में मदद मिल सके। नर्सेज का काम अन्य स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं से अलग होता है क्योंकि वे महज व्यक्ति को बीमारी से ठीक करने का काम नहीं करती, बल्कि वो उन्हें प्रोत्साहित करने के साथ-साथ मानसिक रूप से भी स्वस्थ रखने का काम करती हैं।
स्वामी विवेकानंद कॉलेज आफ नर्सिंग सरैया के द्वारा अंतर्राष्ट्रीय नर्सिंग दिवस कार्यक्रम बड़ी धूमधाम से किया गया। सर्वप्रथम सरस्वती माता, नर्सिंग की जनक फ्लोरेंस नाइटेंगल एवं स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा पर तिलक – माल्यार्पण कर सरस्वती वंदना कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। समस्त विद्यार्थियों ने नर्सों के सम्मान में नर्सिंग दिवस पर भाषण प्रतियोगिता एवं पोस्टर प्रतियोगिता में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया ।
संस्था डायरेक्टर डॉ. सचिन दुबे ने कहा कि विभिन्न सरकारी एवं निजी चिकित्सालय में भर्ती मरीजों की देखरेख एवं सेवा में नर्सों की भूमिका महत्वपूर्ण है। कोरोनाकाल में जब लोग अपनों से दूर भाग रहे थे तब नर्सों ने अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभाई नर्सिंग स्टाफ के लिए अंतर्राष्ट्रीय नर्सिंग दिवस का दिन नया जज्बा लेकर आता है| प्रथम नर्सिंग लेडी फ्लोरेंस नाइटेंगल नर्सों की हमेशा प्रेरणा स्रोत रही है| इसलिए नर्सिंग स्टाफ की जिम्मेदारी व उद्देश्य रहता है, कि मरीजों को बेहतर सेवाएं उपलब्ध कराएं जिससे वे जल्दी ठीक होकर अपने परिजनों के पास पहुंचे| क्योंकि नर्स ही किसी की उम्मीद, आत्मविश्वास , जीवन की आशा है| वह संकल्प त्याग व कठिन परिश्रम की परिभाषा है । संस्था प्रबंधक अनुराग दुबे, अध्यक्ष विनोद अग्निहोत्री आदि रहे|