फर्रुखाबाद:(दीपक शुक्ला) गर्मी का पारा कई सालों का रिकॉर्ड तोड़ रहा है। गर्मी के साथ, लू और झुलसाने वाली धूप भी सभी को परेशान कर रही है। अचानक पड़ी इस गर्मी में बीमार पड़ने के आसार भी बढ़ जाते हैं, ऐसे में कोशिश करें कि ज़्यादा समय घर पर ही गुज़ारें। जैसे-जैसे गर्मी बढ़ती जाती है, वैसे-वैसे अपने साथ कई बीमारियां लाती है। डायरिया, उल्टी, वायरल बुखार, लू, आंखों की समस्या आदि से अक्सर बच्चे और वयस्क परेशान रहते हैं। घर से बाहर निकले बिना काम भी नहीं चलेगा, आखिर स्कूल, कॉलेज और ऑफिस तो जाना ही है। ऐसे में आप खुद ही गर्मी में होने वाली इन बीमारियों से बचाए रख सकते हैं। जैसे-जैसे तामपान बढ़ता है, मरीजों की संख्या भी लगातार हॉस्पिटल्स में बढ़ने लगती है। हॉस्पिटल जाने से आप बच सकते हैं यदि आप जिले के जाने-मानें वरिष्ठ फिजिशियन डा. प्रशांत श्रीवास्तव कि कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखें, क्योंकि जरा सी भी लापरवाही आपके लिए खतरनाक साबित हो सकती है….
यूं बचें
वायरल से बचने के लिए घर के साथ-साथ खुद की साफ-सफाई का ध्यान रखें। घर के आसपान पानी जमा न होने दें। बच्चों के साथ-साथ आप भी फुल स्लीव्स के शर्ट और पैंट पहनें। रोड साइड पर मिलने वाली खाने-पीने की चीजों से परहेज करें। पानी उबाल कर ही पिएं।
हीट स्ट्रोक
जो लोग धूप में दिन भर घूम कर काम करते हैं, उनमें सबसे ज्यादा हीट स्ट्रोक यानी लू लगने की संभावना होती है। अधिक धूप और गर्म तापमान में रहने से शरीर का तापमान बढ़ जाता है। इसे हीट स्ट्रोक कहते हैं। सिर दर्द, उल्टी, चक्कर आना, सिर घूमना, मांसपेशियों में खिंचाव, दिल की धड़कनों का तेज होना और बुखार आदि हीट स्ट्रोक के लक्षण होते हैं।
यूं बचें
दिन भर काम के सिलसिले में आपको बाहर आना-जाना पड़ता है, तो लिक्विड पदार्थों का सेवन खूब करें। कोशिश करें, जब बहुत जरूरी हो तभी घर से दिन में बाहर जाएं। 11 बजे से लेकर दिन में 3 बजे तक की धूप सेहत के लिए ठीक नहीं होती है। हल्के रंग के ढीले कपड़े पहनें। बाहर जाए बिना काम नहीं चल सकता, तो छांव में या किसी पार्क में थोड़ी देर बैठ जाएं। भूलकर भी पार्किंग में खड़ी कार में एसी चलाकर ना बैठें, इससे आपको सर्द-गर्म लग सकता है। बाहर बहुत ठंडा पीने से बचें, नॉर्मल पानी ही पिएं।
गर्मी में रहें हाइड्रेटेड-
गर्मी में बाहर निकलने से पहले सुनिश्चित कर लें कि आप ठीक से हाइड्रेटेड हैं या नहीं,गर्मियों में पानी की जरूरत सर्दियों के मुकाबले 500 मिलीलीटर अधिक होती है| लिहाजा अधिक पानी पियें|
तरल पेय पदार्थ आहार में करें शामिल-
गर्मी के मौसम में ठोस आहार की जगह तरल पेय पदार्थ जैसे ठंडा पानी, नींबू शिकंजी, शरबत, कैरी का पना, फलों का रस, छाछ, लस्सी ज्यादा मात्रा में लें| इऩ सभी चीजों से शरीर में तरावट बने रहने के साथ शरीर में ऊर्जा का स्तर भी बना रहता है| घर के बाहर के खाद्य पदार्थों को खानें से बचें|
हल्के रंग के कपड़े पहनें-
गर्मी में खुद को कूल रखने के लिए हल्के रंग के कपड़ों का उपयोग करें, हल्के रंग आंखों को ठंडक पहुंचाते हैं| इस मौसम में पहनने के लिए कॉटन जैसे पतले और हल्के कपड़ों का चुनाव करें|
हल्का, ताजा भोजन करें-
गर्मियों में कोशिश करें कि हल्का, ताजा और जल्दी पचने वाला भोजन डाइट में शामिल करें| भूख से कम खाएं और ज्यादा से ज्यादा पानी पिए|