फर्रुखाबाद: घरेलू एलपीजी सिलेंडर से गैस चोरी का गोरखधंधा धड़ल्ले से चल रहा है। लोगों के घरों में रसोई गैस डिलीवरी करने वाले कर्मचारी अपने घर पर ही इस खतरनाक खेल को अंजाम दे रहे हैं।
प्रत्येक सिलेंडर से थोड़ी-थोड़ी गैस निकालकर कई खाली सिलेंडर भरे जाते हैं। बाद में उन्हें ब्लैक के जरिए महंगे दामों पर बेचा जा रहा है। शहर भर में रसोई गैस डिलीवरी करने वाले कर्मचारी इस खतरनाक काम को अंजाम दे रहे हैं। आसपास रहने वाले लोगों की जान को जोखिम में डालकर यह गैस चोरी की जा रही है और खाद्य एवं आपूर्ति विभाग को इसकी खबर तक नहीं है।
कुछ डिलीवरी कर्मचारी भरे हुए गैस सिलेंडरों से गैस निकालकर खाली सिलेंडरों में भरते हैं। एक सिलेंडर को भरने के बाद उसे साढ़े पांच से छह सौ रुपए में बेचा जाता है। बताया जाता है कि प्रत्येक सिलेंडर से लगभग एक किलो तक गैस निकाली जाती है। डिलीवरी लेते समय अकसर लोग वजन की तरफ ध्यान नहीं देते, जिससे वे इस चोरी को पकड़ नहीं पाते।
आसपास लोगों का जीना दूभर
गैस चोरी के चलते आसपास के लोगों का बदबू से जीना दूभर हो गया है। आसपास रहने वाले लोगों की मानें तो सारा दिन गैस निकालने के चलते यहां से बदबू उठती रहती है। दरअसल इस काम के पीछे सिर्फ कर्मचारी ही शामिल नहीं हैं, बल्कि कई दबंग लोगों का समर्थन भी उन्हें प्राप्त है।
ऐसे होती है गैस चोरी…..
एजेंसी से डिलीवरी कर्मचारी गैस सिलेंडरों को सीधा अपने घरों में ले जाते हैं। दिन भर सिलेंडरों को घर पर ही रखते हैं। प्रत्येक सिलेंडर की वॉशर निकाल ली जाती है, फिर उसमें से गैस निकलने लगती है। इस सिलेंडर को दूसरे सिलेंडर के साथ जोड़ दिया जाता है। दूसरे सिलेंडर की वाशर भी निकाल लेते हैं। काम पूरा होने पर दोनों सिलेंडरों की वाशर दोबारा फिट कर दी जाती है। कई हाईटेक कर्मचारी इसके लिए विशेष रूप से तैयार की गई मशीन का इस्तेमाल भी करते हैं।