फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) लगातार बढ़ती जा रही ठंड से हाड़ कंपकपाने लगे हैं।कड़ाके की ठंड ने लोगों का हाल-बेहाल कर रखा है। हालात ऐसे हैं कि लोग ठंड के चलते घरों से बाहर निकलने से ही परहेज कर रहे हैं। हाथ-पांव ठिठुरने पर काम तक करना मुश्किल हो रहा है।
पिछले कई दिनों से पड़ रही कड़ाके की ठंड के चलते मनुष्य ही नहीं पशु पक्षियों की हालत भी खराब हो रही है। ठंड से बचने के लिए लोग अपने घरों में रजाइयों में दुबके रहते हैं। घरों से बाहर निकलने से पहले ठंड से बचाव के लिए कई-कई गर्म कपड़े डालने पड़ रहे हैं। इतने प्रबंधों के बावजूद शरीर ठंड से कांप रहे हैं। हाथ-पांव लगातार ठंडे रहने से दैनिक काम काज निपटाने तक में परेशानी हो रही है। मोटरसाइकिल चालकों की तो
ठंड ने हालत खराब कर रखी है। दस्ताने और गर्म कपड़े पहनने के बावजूद ठंड से बचाव नहीं हो रहा है। कुछ किलोमीटर की दूरी तय करने पर भी मोटरसाइकिल चालकों को कंपकंपी चढ़ रही है। सड़कों के किनारे राहगीर जगह-जगह अलाव सेंककर ठंड से बचने के प्रयास कर रहे हैं। पशुपालकों ने अपने पशुओं को भी ठंड से बचाने के लिए पर्याप्त प्रबंध कर रखे हैं। पशु पालक अपने पशुओं के मकानों में अंगीठी जलाकर ठंड कम करने के प्रयास में जुटे हैं।
ग्रामीण क्षेत्रों में जीना हुआ मुहाल
ग्रामीण क्षेत्रों में ठंड ने लोगों का जीना मुहाल किया हुआ है। दिनभर सूर्य के दर्शन न होने पर ठिठुरन भी बढ़ रही है। दोपहर बाद पश्चिमी हवाओं ने गति पकड़ी तो हाड़ कंपा देने वाली ठंड का कहर बरपने लगा है। पहाड़ी इलाके में इस बार बर्फबारी से मैदानी इलाके भी जमने को हैं।गुरुवार को कोहरे के कारण पूरा दिन वृक्षों से पानी टपक रहा है। इससे दोपहिया वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ा|