ग्रामीण खुद बना रहे मुसीबत में रास्ता, जिम्मेदारों नें फेरा मुंह!

FARRUKHABAD NEWS

फर्रुखाबाद:(अमृतपुर संवाददाता) इस लोकतान्त्रिक व्यवस्था में किसी को भी अर्स से फर्श पर आनें पर जरा सा समय नही लगता | आवाम किसी को फर्श से उठाकर अर्स पर भेज दे और अर्स से फर्श पर ले आये यह किसी को पता नही| लोकतान्त्रिक व्यवस्था में मतदाता जितना ताकतवर कोई नही| जब मतदाता अपना मत बदलता है जो बादशाह को सिपाही बनने में समय नही लगता | लेकिन जब जनता किसी को बादशाह बनाती है और जब उम्मीदों पर खरा नही उतरता तो रोष का जन्म होता है| बादशाह बनने के बाद उसे चाहिए की जिस निरीह जनता नें उसे आम से खास बनाया वह उसके दुःख के समय उसके साथ खड़ा हो| कुछ नही कर सकता तो हिम्मत तो दे ही सकता है लेकिन यहाँ इस तरह का कुछ नही नही है!
दरअसल जो चित्र समाचार में आप देख रहें है वह समझनें वाली बात है| पिछले दिनों दो बार बाढ़ का प्रकोप रहा| हर तरफ सैलाब ही सैलाब या मुसीबत की बाढ नजर आ रही थी | जनता जनार्दन का गुस्सा सैलाब को लेकर नही बल्कि उन्हें जिम्मेदारों की अनदेखी का दर्द है | ग्रामीणों का लांछन है कि बाढ़ पीड़ितों की सुनने जिम्मेदारी खादीधारी नही आते| उन्हें अब मत की ताकत हम भी दिखायेंगे|
फिलहाल गुस्सा इस बात का कि बाढ़ में अर्जुनपुर के पास की सड़क कट गयी| जिससे 60 गांवों क सम्पर्क टूट गया| ग्रामीण नाव के सहारे आवागमन कर रहे थे | उन्हें आस थी की कोई ना कोई उनकी इस समस्या पर अपना ध्यान देगा लेकिन उनकी उम्मीद टूट गयी | कोई भी उनकी समस्या से निजात दिलानें के लिए नही आया | सड़क की व्यवस्था दुरस्त ना होनें पर जब ग्रामीणों के भीतर चल रही उम्मीदों की बाढ़ का बैराज टूट गया तो उन्होंने अपनें हौसलों से मुसीबत के रास्ते पर खुद ही दशरथ मांझी बन सड़क दुरस्त करनें का कार्य चंदे से शुरू कर दिया| कोटेदार संघ अध्यक्ष अनिल तिवारी, उपाध्यक्ष विनोद चौहान आदि के द्वारा लगातार ग्रामीणों से चंदा लेकर मिट्टी आदि डलवाकर सड़क बनवाने का प्रयास किया जा रहा है| ग्रामीणों नें चेतावनी भरे लहजे में कहा कि अपना टाइम आयेगा| जल्द 2024 भी आनें वाली है| जब उनकी इस तरह से अनदेखी की गयी तो मतदान के समय उन्हें भी एक बार सोंचना पड़ेगा |
विधायक नें फीता काटकर किया जनआरोग्य मेले का शुभारम्भ
विधायक सुशील शाक्य नें सीएचसी पर आकर मुख्यमंत्री जन ओराग्य मेले का शुभारंभ किया| इसके बाद उन्होंने दवाओं की जानकारी भी ली और मरीजों के बेहतर इलाज के निर्देश दिये | डॉ. आरिफ सिद्दीकी रहे|