फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो)पुत्र की हत्या कर पत्नी व पुत्री पर हमला करने के बाद खुद फांसी लगाकर आत्महत्या करने के मामले में पुलिस ने कंपनी के तीन नामजद अफसरों को गिरफ्तार कर लिया है। आसपास थानों में तीनों का आपराधिक इतिहास खगाला जा रहा है। पुलिस ने तीनों आरोपियों को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया है। चौथे आरोपी कंपनी के एमडी की पुलिस तलाश में हैं।
थाना क्षेत्र के ग्राम रतनपुर निवासी 35 वर्षीय दिनेश यादव 40 लाख रुपये की मक्का खरीदने वाली कंपनी द्वारा भुगतान न करने से आर्थिक तंगी से परेशान होकर रविवार भोर चार बजे सोते समय परिजनों पर गड़ासे से हमला कर दिया था। पांच साल के पुत्र ओशियन की गड़ासे से काट कर हत्या कर दी थी और पत्नी मीना, पुत्री अंशी को घायल कर दिया था। इसके बाद दिनेश ने खुद घर से दूर लगे नलकूप के पास खड़े पेड़ से रस्सी का फंदा बनाकर फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली थी। इस घटना को अंजाम देने से पहले उसने गांव में व्हाट्सएप ग्रुप पर सुसाइट नोट लिखकर वायरल किया था। इसमें उसके परिवार और उसकी मौत का कारण श्रीकृष्णा कैटल फीड इडस्ट्रीज पूर्वी कानपुर नगर के एमडी दीपक अग्रवाल, एकाउंटेंट पंकज श्रीवास्तव, एरिया मैनेजर धीरेंद्र कुमार शर्मा व और प्रोडेक्शन मैनेजर संतोष राय को दोषी बताया था। घटना से क्षेत्र में सनसनी फैल गई थी। दिनेश के पिता सर्वेश कुमार की तहरीर पर श्रीकृष्णा कैटल फीड इडस्ट्रीज पूर्वी कानपुर नगर के चारों अफसरों के खिलाफ इस तरह की घटना को अंजाम देने के लिए उकसाने के आरोप में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। जहानगंज थानाध्यक्ष मनोज कुमार भाटी और एसओजी प्रभारी अमित गंगवार ने टीम के साथ शाम को कानपुर नगर में आरोपियों के ठिकाने पर दबिश दी। पुलिस ने कानपुर नगर के थाना बिल्लौर के सिउरा दारा सीको निवासी श्रीकृष्णा कैटल फीड इडस्ट्रीज के एरिया मैनेजर धीरेंद्र शर्मा, कानपुर नगर के थाना चौबेपुर क्षेत्र के तातियागंज निवासी कंपनी के प्रोडेक्शन मैनेजर संतोष राय, थाना बिठूर क्षेत्र के बैकुंठपुर निवासी कंपनी के एकाउंटेंट पंकज श्रीवास्तव को पकड़ कर ले आई। चौथा आरोपी कंपनी का एमडी पुलिस के हाथ नहीं लग सका। पकड़े गए आरोपियों से रात में पूछताछ के बाद उनकी गिरफ्तारी दिखाई गई। सोमवार को पुलिस लाइन सभागार में अपर पुलिस अधीक्षक डा. संजय कुमार सिंह ने पत्रकार वार्ता कर घटना का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि आरोपियों की कानपुर में कैटल फीड इडस्ट्रीज नाम से कंपनी हैं। जिसमें वर्ष 2013 से दिनेश काम कर रहा था। जांच में पता चला कि आरोपियों ने फांसी लगाने वाले दिनेश के रुपये हड़प लिए। आरोपियों के उत्पीड़न से दिनेश मानसिक दवाब में रहने लगा था। उसके खिलाफ मुकदमा भी दर्जकराया था। जिस कारण वह जेल में रहा। आरोपियों के उत्पीड़न की बजह से दिनेश ने पुत्र की हत्या, पत्नी व पुत्री को घायल करने के बाद खुद आत्महत्या करने जैसी घटना को अंजाम दिया। एएसपी ने बताया कि तीनों आरोपियों को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है। चौथा आरोपी कंपनी का एमडी दीपक अग्रवाल की तलाश की जा रही है। उसको भी जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।