फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) जनपद के किसानों को डीएपी की बोरी ले जाने के लिए मशक्कत नहीं करनी पड़ेगी। नैनों यूरिया के साथ किसानों को बोतल में ही डीएपी मिलेगी। नैनो खाद खेती को समृद्ध करेगी, साथ ही भूमि की उर्वरा शक्ति भी बढ़ेगी।
शहर के सातनपुर मंडी स्थित इफ्को किसान सेवा केंद्र पर एक गोष्ठी का आयोजन किया गया| जिसमे क्षेत्रीय विपरण प्रबन्धक भावेश त्रिपाठी, गन्ना विभाग के प्ररवेक्षक डीके सिंह व वरिष्ठ क्षेत्रीय प्रबन्धक प्रदीप कुमार यादव नें नैनो यूरिया व नैनो डीएपी की गुणवत्ता पर विचार व्यक्त किये|
गोष्ठी में बताया गया कि नैनो यूरिया के बाद नैनो डीएपी के प्रचलन से किसानों की उपज बढ़ेगी और उनकी आमदनी भी दोगुनी होगी। बताया कि नैनो डीएपी का फसल में दो बार प्रयोग कर सकते हैं। प्रति एकड़ परिक्षेत्र में 250 मिलीग्राम नैनो डीएपी का छिड़काव किया जाता है। डीएपी की एक बोरी खाद के मुकाबले नैनो डीएपी काफी सुलभ व कारगर होगी। बोरी की खाद में से महज 30 फीसद डीएपी ही रसायन के रूप में फसल को प्राप्त होता है, जबकि शेष 70 फीसद ठोस पदार्थ भूमि को पथरीली बनाता है। ऐसे में नैनो डीएपी इसके मुकाबले पूरा 100 फीसद घुलनशील होने के साथ ही पौधों को उच्च पोषण देने में भी सहायक है|
नैनों यूरिया 250 रूपये बोतल व नैनो डीएपी 600 रूपये बोतल में उपलब्ध है| वरिष्ठ क्षेत्रीय प्रबन्धक प्रदीप कुमार यादव नें बताया कि इसके छिडकाब के 12 घंटे तक बरसात नही होनी चाहिए| तेज धूप भी ना हो| शाम के समय छिडकाब करें | इसको ऑन लाइन भी किसान खरीद सकते हैं |